इधर के वर्षों में विश्व आर्थिक विकास की गति धीमी है,लेकिन चीन सरकार ने देश के आर्थिक विकास के लिये कई कदम उठाने के साथ साथ उपलब्धियां भी हासिल की है। इसे देखते हुए इधर के दिनों में राजधानी पेइचिंग में आयोजित एनपीसी और सीपीपीसीसी विदेशी मीडिया के ध्यान का केंद्र बन गए हैं।
यहां बता दें कि 5 मार्च को प्रधानमंत्री ली खछ्यांग द्वारा प्रस्तुत सरकारी कार्य रिपोर्ट में वर्ष 2016 में चीन की आर्थिक विकास दर 6.5 से 7 प्रतिशत के बीच रखी गयी।
इस लक्ष्य पर अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि इस वर्ष चीन सरकार ने अपने आर्थिक विकास के लक्ष्य एक विस्तृत आंकड़े को बदलकर एक अंतराल या दायरे पर रख दिया है, जो कि एक सही क़दम है।
उधर वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्तमान में चीनी आर्थिक विकास में कुछ दबाव सामने आ रहे हैं, इन्हें ध्यान में रखते हुए चीन सरकार कुछ सुधार या बदलाव कर रही है।
यहीं ब्रिटिश मीडिया फ़ाइनेंशियल टाइम्स और रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि इस साल चीन सरकार की कार्य रिपोर्ट में बताया गया बजट घाटा चीन की जीडीपी के अनुकूल है।
इसके अलावा भारतीय मीडिया पीटीआई ने कहा कि चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने यह घोषणा की है कि इस साल देश में सेल टैक्स सिस्टम को बदलकर वैल्यू एडेड टैक्स(वैट) लगाया जाएगा। जिससे देश के राजस्व ढांचे की कार्यक्षमता को आगे बढ़ाने के साथ साथ व्यापारियों के कर दबाव को भी कम किया जा सकता है,यह कदम बहुत महत्वपूर्ण है।
(रमेश)