दीपक की रोशनी में एक वृद्ध आदमी मंच पर तिब्बती जाति की प्रथा के अनुसार नये साल की पूजा कर रहे हैं। कुछ नृतक पारंपरिक मखौटे लगाकर संगीत के साथ नृत्य कर रहे हैं। फिर बंदर की भेष में बच्चे मंच पर आते हैं और प्यारा नृत्य करते हैं। इस नृत्य-गान में तिब्बती लोगों के नव वर्ष मनाने की खुशियां व सुखमय प्रदर्शित की जाती है।