चीनी विदेश मंत्रालय के मंत्री सहायक खूङ श्वेनयो ने 3 फ़रवरी को नयी दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्रालय के पूर्वी एशिया विभाग के प्रधान प्रदीप कुमार रावत के साथ चीन-भारत राजनयिक विचार-विमर्श की अध्यक्षता की।
दोनों पक्षों ने वर्ष 2015 में चीन-भारत संबंधों में प्राप्त नयी प्रगति का सकारात्मक मूल्यांकन किया, और इस बात पर बल दिया कि चीन व भारत के बीच और घनिष्ठ विकास साझेदार संबंधों की स्थापना दोनों देशों का अपना-अपना विकास करने, एशिया की अर्थव्यवस्था और वैश्विक शासन को मजबूत करने के लिये लाभदायक होगी। वर्ष 2016 में दोनों पक्ष दोनों देशों के नेताओं द्वारा प्राप्त सहमतियों को लागू करेंगे, उच्च स्तरीय आदान-प्रदान का बहाल करेंगे, रणनीतिक आपसी समझ को मजबूत करेंगे। उनके अलावा रेल मार्ग, उद्योग पार्क, व्यापार, पूंजी-निवेश, संस्कृति, सुरक्षा आदि क्षेत्रों में आदान-प्रदान व सहयोग का विस्तार करने के साथ-साथ दोनों को मतभेदों का नियंत्रण व प्रबंध अच्छी तरह से करना चाहिये।
भारत की यात्रा के दौरान खुङ श्वेनयो ने भारतीय विदेश मंत्रालय के सचिव एस. जयशंकर से भेंट की। दोनों ने चीन-भारत संबंधों पर विचार-विमर्श किया।
चंद्रिमा