तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की 10वीं जन प्रतिनिधि सभा का चौथा सम्मेलन 31 जनवरी को संपन्न हुआ। प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2015 में तिब्बत में किसानों और चरवाहों के बच्चों के विश्वविद्यालय में दाखिला दर 74.5 प्रतिशत तक पहुंच गई है। अधिकाधिक ग्रामीण और पशुपालन क्षेत्र से आए तिब्बती विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय शिक्षा पाने का अवसर प्राप्त हुआ है।
गौरतलब है कि वर्ष 1985 से तिब्बत में निःशुल्क अनिवार्य शिक्षा व्यवस्था शुरू हुई। इसके आधार पर किसानों और चरवाहों के बच्चों के लिए निःशुल्क भोज, निःशुल्क निवास और निःशुल्क पढ़ाई खर्च समेत तीन निःशुल्क नीतियां अपनाई जाती है। अब तक कुल 5 लाख 25 हज़ार तिब्बती छात्रों को लाभ मिला है।
अब तक तिब्बत में प्रारंभिक तौर पर पूर्व स्कूली शिक्षा, आधारभूत शिक्षा, व्यवसायिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, प्रौढ़ शिक्षा और विशेष शिक्षा समेत संपूर्ण आधूनिक शिक्षा व्यवस्था कायम हुई।
(श्याओ थांग)