गणतंत्र दिवस का आयोजन भारत के साथ-साथ दुनिया भर के कई देशों में हुआ। चीन के विभिन्न शहरों में भी भारत का 67 वां गणतंत्र दिवस मनाया गया। भारतीय राजदूत विजय गोखले ने बीजिंग स्थित दूतावास में ध्वजारोहण किया, वहीं राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का देश के नाम गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर जारी संदेश भी पढ़ा। जबकि मैरियट होटल में आयोजित समारोह में राजदूत गोखले ने कहा कि गणतंत्र दिवस भारत की अद्भुत विविधता को एक साथ जोड़ते हुए राष्ट्रीय एकता का स्वरूप देता है। साथ ही कहा कि भारत और चीन के रिश्ते एशिया और वैश्विक स्तर पर 21 वीं सदी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाले पड़ोसी देशों के संबंधों ने 2015 में अहम प्रगति हासिल की। चीन में भारत वर्ष को सफलता से आयोजित किया गया, जबकि भारत में चीन वर्ष को सफल करवाने के लिए कार्यक्रम संपन्न हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार स्पष्ट तौर पर चीन के साथ बेहतर रिश्तों को उच्च प्राथमिकता देती है। पिछले साल की सबसे प्रमुख बात भारतीय प्रधानमंत्री का मई महीने में चीन दौरा रहा। राजदूत ने ज़ोर देते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय दौरे जारी हैं, और द्विपक्षीय संबंध बेहतर दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही आर्थिक, रक्षा क्षेत्र में मजबूत समन्वय और लोगों के बीच आदान-प्रदान आदि ने भी भारत-चीन को नजदीक लाने का काम किया है।
उन्होंने वर्ष 2016 में भी भारत और चीन के रिश्तों में गर्माहट जारी रहने की उम्मीद जताई। राजदूत गोखले ने चीनी नागरिकों को नए साल(मंकी ईयर) की शुभकामनाएं भी दी। इसके पश्चात समारोह में तबला वादन के साथ-साथ चीनी युवतियों द्वारा भरतनाट्यम और हिंदी गाने पर डांस की प्रस्तुति ने लोगों का मनोरंजन किया।
इस मौके पर चीनी विदेश मामलों के सहायक मंत्री खुंग श्वानयौव के अलावा विभिन्न देशों के राजदूत, मिलिट्री अटाशे, चीनी अधिकारियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में भारतीय और विदेशी मेहमान मौजूद थे।
यहां बता दें कि विजय गोखले ने गत् 20 जनवरी को चीन में भारत के नए राजदूत के तौर पर कार्यभार संभाला। उन्होंने चीन में वर्ष 2014 से राजदूत रहे अशोक कंठ का स्थान लिया।
(अनिल आज़ाद पांडेय)