भारतीय अख़बार द ट्रिब्यून द्वारा 24 जनवरी को जारी रिपोर्ट के अनुसार भारत के हरियाणा प्रदेश में चीनी उद्यमों के पूंजी-निवेश लगाने की लहर पैदा होगी। सैकड़ों चीनी लघु व मध्य उद्यम अपना आधार वहां स्थानांतरित करने का विचार कर रहे हैं। जिससे हरियाणा को एक अरब अमेरिकी डॉलर की पूंजी और बहुत से रोजगार प्राप्त होंगे। वे लघु व मध्य उद्यम टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग, ऑटो पार्ट्स आदि क्षेत्रों से आए हैं।
भारतीय डीएनए समाचार वेबसाइट के अनुसार इससे पहले चीन के वांडा समूह ने 22 जनवरी को हरियाणा के साथ सहयोग के ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये। आगामी चार वर्षों में वांडा समूह इस प्रदेश में एक औद्योगिक पार्क का निर्माण करेगा। इस कार्यक्रम की कुल पूंजी दस अरब अमेरिकी डॉलर होगी।
इंडिया टाइम्स ने 24 जनवरी को रिपोर्ट जारी करके कहा कि यह भारत में सबसे बड़े कार्यक्रमों में से एक होगा। अगर वह पूरा होगा, तो यह जाहिर है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विदेशी पूंजी के आकर्षण में की गयी कोशिश सफल है।
चंद्रिमा