विश्व आर्थिक मंच का 46वां वार्षिक सम्मेलन दावोस में आयोजित हो रहा है। 21 जनवरी को चीनी उप राष्ट्राध्यक्ष ली युआनछाओ ने मंच में भाषण देते हुए विभिन्न देशों के राजनीतिक और वाणिज्यिक जगतों के नेताओं से चीन की आर्थिक स्थित और भविष्य में आर्थिक नीति से अवगत कराया। उन्होंने खास कर बल देते हुए कहा कि बाज़ार में आर्थिक जीवन शक्ति और उद्यमियों समेत समाज की रचनात्मक जीवन शक्ति को प्रेरित करने से चीनी आर्थिक विकास को निरंतरता के साथ आगे बढ़ाएगा।
ली युआनछाओ ने अपने भाषण में चीनी की आर्थिक स्थिति और भविष्य की नीति से अवगत कराया। उन्होंने सबसे पहले सम्मेलन में एक अच्छी खबर बताते हुए कहा कि वर्ष 2015 में चीन का राष्ट्रीय उत्पादन मूल्य यानी जीडीपी की वृद्धि दर 6.9 प्रतिशत रही, जो निरंतरता का प्रतीक है। बावजूद इसके चीन फिर भी भूमंडलीय आर्थिक वृद्धि की प्रमुख प्रेरिक शक्ति है।
ली युआनछाओ ने कहा कि चीन में सुधार को आगे बढ़ाने का संकल्प कम नहीं होगा। चीन बाज़ार में जीवन शक्ति को और मज़बूत करेगा। अब चीन अपने भावी पांच वर्षों में विकास परियोजना यानी 13वीं पंचवर्षीय योजना बना रहा है। इसी दौरान चीन सृजनात्मक, तालमेल, हरित, खुला और साझेदारी वाली विकास अवधारणा को अपनाते हुए अधिक गुणवत्ता वाली, कारगर और अनवरत वृद्धि को साकार करने का प्रयास करेगा, ताकि चीनी अर्थतंत्र के और बेहतर, निरंतर और संपूर्ण विकास को साकार किया जा सके।
ली युआनछाओ ने यह भी कहा किभावी पाँच वर्ष में चीन और उच्च स्तरीय खुले आर्थिक विकास पर ज़ोर देगा और विश्व के विभिन्न देशों के साथ साझेदार वाले आर्थिक सहयोग मज़बूत करने और भूमंडलीय आर्थिक प्रशासन में सक्रिय रूप से भाग लेने को तैयार है। ताकि विभिन्न देशों के साथ मिल जुलकर चुनौतियों का समान रूप से मुकाबला करके सहयोग और समान जीत को साकार किया जा सके।
(श्याओ थांग)