आज 22 जनवरी को भारत के हरियाणा राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पेइचिंग में "हरियाणा में निवेश" नामक सेमिनार में भाग लिया जिसमें चीन के प्रमुख व्यवसायियों को हरियाणा में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। आज हरियाणा सरकार और चीन की सबसे बड़ी औद्योगिक पार्क डेवलपर, 'चाइना फॉर्चून लैंड डेवलपमेंट कम्पनी लिमिटेड'(सीएफएलडी) के बीच समझौता हुआ जिसके तहत हरियाणा में औद्योगिक पार्क विकसित किया जाएगा। चीन के वांडा ग्रुप ने हरियाणा में एक मेगासिटी डिवेलप करने को लेकर हरियाणा सरकार से करार किया, जिसका मूल्य एक अरब डालर है। आज हरियाणा सरकार और चीनी कंपनियों के बीच कुल 6 एमओयू पर हस्ताक्षर हुए।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सेमिनार में कहा कि हरियाणा भारत की राजधानी से तीन ओर से घिरा हुआ है तथा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के नजदीक है। उन्होंने कहा कि हरियाणा राज्य का वातावरण उद्योगों के लिए अनुकूल है। इस मौके पर मनोहर लाल ने 7-8 व 9 मार्च को गुडग़ांव में आयोजित होने वाले हैपनिंग हरियाणा ग्लोबल इनवेस्टर सम्मिट के लिए चीन के प्रतिनिधिमंडल को आमंत्रित भी किया।
चीन की सीपीसी के कंद्रीय समिति के अंतर्राष्ट्रीय विभाग के उप मंत्री छन फंगशियांग ने हरियाणा के मुख्यमंत्री का चीन आने का स्वागत किया और कहा कि चीनी निवेशक भारत में विशेषकर हरियाणा राज्य में कई क्षेत्रों में निवेश करने को इच्छुक हैं।
सेमिनार में उपस्थित हरियाणा सरकार के उद्योग मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि हरियाणा सरकार ने प्रदेश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के उद्देश्य से नई उद्यम प्रोत्साहन नीति लागू की है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि हरियाणा में निवेश करने वाली चाईनीज कम्पनियों को शीघ्र स्वीकृति प्रदान की जाएगी। यदि चीनी कंपनियां हरियाणा में निवेश करती हैं, तो राज्य सरकार हर प्रकार की सहायता देगी। उन्होंने कहा कि निवेशकों और कंपनियों की मदद के लिए सरकार ने रिलेशनशिप मैनेजर नियुक्त किए हैं।
(अखिल पाराशर)