भारत को जानने और वहां की सभ्यता, संस्कृति से रूबरू होने की रूचि चीनी लोगों में बढ़ती जा रही है। इन्हीं लोगों में चीन के फ़ोटोग्राफ़र छाय ह्वान सोंग का नाम भी शामिल है। उन्होंने कई दिनों तक भारत रहकर हज़ारों तस्वीरों को अपने कैमरे में क़ैद किया है। बीजिंग स्थित चायना आर्ट एकेडमी में उनकी तस्वीरों की 'असली भारत देखें' विषय पर प्रदर्शनी लगायी गयी थी। चायना रेडियो इंटरनेशनल के साथ बातचीत में उन्होंने भारत के प्रति अपना लगाव और प्यार जाहिर किया।
पिछले कई दशकों से कैमरे को अपनी अभिव्यक्ति का माध्यम बना रहे छाय ह्वान जब 2013 में भारत पहुंचे, तो उन्हें भारत की सभ्यता और संस्कृति से प्यार हो गया। वह पहली बार भारत तो यूं ही घूमने गए थे, लेकिन भारतीय लोगों की जीवन शैली ने उन पर बहुत प्रभाव डाला। वह कहते हैं कि भारतीय लोग आराम की ज़िंदगी जीते हैं।
भारत जाने से पहले उनके दिमाग में भारत की तस्वीर पुराने या गंदे भारत की थी। लेकिन वहां पहुंचकर उनका नजरिया बदल गया। उन्हें लगता है भारत एक अच्छा देश है और सुरक्षित भी, भारतीय लोगों का जीवन जीने का तरीका चीन से अलग है। भारत में उन्हें पारंपरिक चीज़ों ने बहुत आकर्षित किया, उन्होंने स्थानीय रंग बहुत पसंद आते हैं। अब तक वह दस बार भारत जा चुके हैं। इस दौरान वह भारत के कई राज्यों में लगभग एक लाख किमी. की यात्रा कर चुके हैं। उन्होंने भारत के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में जाकर भी तस्वीरें खींची हैं। इन तस्वीरों के जरिए उन्होंने चीनी लोगों के सम्मुख असली भारत को पेश करने की कोशिश की है।
चीन और भारत पुरानी सभ्यता वाले देश हैं, और इनकी आबादी दुनिया में सबसे अधिक है। एक कलाकार के तौर पर वह चाहते हैं कि दोनों पड़ोसी देशों के रिश्ते मजबूत हों। अगर दोनों एक साथ मिलकर काम करें, तो विश्व की भलाई के लिए बहुत कुछ किया जा सकता है।
अनिल पांडेय
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