अनिल द्विवेदी जी ने हमें ई-मेल भेजा और वसंत महोत्सव यानी चीनी नव वर्ष बधाई दी। उन्होंने लिखा है आदरणीय भैया जी एवं दीदी जी सादर प्रणाम। चीनी नव वर्ष की अग्रिम बधाईयां।
12 साल के चक्र में हर साल एक जंतु के चिह्न को प्रतीक बनाने की परम्परा चीन में कई साल पुरानी है और हर वर्ष को चिन्हित की परम्परा के अनुसार अगले महीने फ़रवरी की आठ तारीख से शुरू होने वाले वर्ष को बन्दर का चिन्ह मिला क्यूंकि इस समय जो वर्ष चल रहा है वो भेड़ वर्ष है और 12 जंतुओं के चक्र में बंदर का स्थान नौवां है जो भेड़ के बाद आता है। इसके साथ ही चीन में बंदर वर्ष का खुमार चढ़ रहा है क्योंकि भेड़ वर्ष में चीनी ज्यादा भाग्यशाली नहीं रहे और नए साल का उत्साह तो हर किसी में दीखता ही है। अतः भेड़ वर्ष को अगले महीने अलविदा कह बंदर वर्ष का स्वागत करने जा रहे हैं। वैसे गर्भवती स्त्रियों के पास उत्साह का एक और कारण भी और वो कारन है की राशि के अनुसार बंदर वर्ष में जन्म लेने वाले लोग स्मार्ट और जीवंत होंगे और ऐसी संतान का सपना तो हर माँ देखती है।हम बताते चले की चीन के चंद्र नव वर्ष को वसंत उत्सव के रूप में भी जाना जाता है जो इस साल आठ फरवरी को है और उस दिन भेड़ वर्ष खत्म हो जाएगा।
चीनी राशि चक्र के 12 जंतु जिसमे चूहा, बैल, बाघ, खरगोश, ड्रैगन, सांप, घोड़ा, भेड़, बंदर, मुरग़ा कुत्ता और सुअर शामिल हैं।