रविशंकर बसु जी ने लिखा है कि हमारी जिंदगी में ऐसे कुछ पल आते है जो हमारे जिंदगी में एक गहरी छाप छोड़ जाती है । ऐसा ही एक पल मेरी जिंदगी में आया जो मैं कभी भी नहीं भूल सकूंगा,शायद भूलना भी नहीं चाहूंगा । 13 जनवरी की शाम को मैं मरते दम तक याद रखूंगा क्योंकि उस दिन मुझे कोलकाता स्थित चीनी कान्सल जेनरल आदरणीय मा चेनवू (Mr Ma Zhanwu) के साथ मिलने का सौभाग्य मिला और उनसे मिलकर मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैंने कभी भी नहीं सोचा था कि मेरे जैसा एक आम आदमी उन जैसा एक बड़े शख्स के साथ डिनर करूंगा ।
पिछले बुधवार 13 जनवरी को चीनी कान्सल जेनरल मा चेनवू ने मुझे साथ ही हमारे न्यू हराइजन रेडियो लिस्नर्स क्लब के सांस्कृतिक संपादक देवशंकर चक्रवर्ती और असिस्टन्ट सेक्रटेरी रूपंकर चक्रवर्ती को डिनर पर आमंत्रित किया। चाइना रेडियो इन्टरनेशनल के साथ 1985 साल से लम्बे समय तक जुड़े रहने के कारण साथ ही सीआरआई हिंदी विभाग के नाम पर रक्तदान शिविर आयोजन को जाँचने के बाद उन्होंने उनके साथ डिनर करने के लिए मुझे निमंत्रण किया।
एक सौहार्दपूर्ण वातावरण में उन्होंने मेरे साथ चीन-भारत द्विपक्षीय संबंध, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की भारत यात्रा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन यात्रा, चीनी जनता के जापानी आक्रमण विरोधी युद्ध की विजय की 70वीं वर्षगांठ, 18वीं सीपीसी केंद्रीय समिति के पांचवें पूर्ण अधिवेशन, 13वीं पंचवर्षीय योजना- कई प्रमुख विषयों को लेकर विस्तार से खास चर्चा की। एक अ-हिंदी भाषी श्रोता होने के बावजूद भी सीआरआई -हिंदी विभाग के प्रति मेरे प्यार को देखकर वे बहुत ही प्रभावित हुए। एक बेरोजगार आदमी होकर भी मैंने क्लब सदस्य के साथ किस तरह हिंदी विभाग के नाम पर रक्तदान शिविर आयोजन किया, उसके कागजात देखने के बाद उन्होंने कहा कि "चाइना रेडियो इन्टरनेशनल और चीन के लिए आपलोगों का प्यार देखकर मैं बहुत प्रभावित हुआ; आप सीआरआई का प्रचार-प्रसार कर रहे है जो मेरी नजर में वाकई प्रशंसा के हक़दार है और मैं चाइना कांसुलेट की ओर से आप सब की तारिफ करना चाहूंगा। आमतौर पर चीन और भारत के बीच रिश्ते को बढ़ाने के लिए आप लोगों का योगदान सराहनीय है। मैं आशा करता हूं कि आप जैसा आम आदमियों की मदद से आने वाले सालों में दोनों देशों के बीच संबंधों में और बढ़ोतरी होगी"।
उन्होंने साथ ही चीनी कान्सल मैडम झांग चिंग (Mrs. Zhang Jing), वाईस कान्सल ली चिंग (Mr. Li Jing) और वांग सिआंग (Ms Wang Xiang) विशिष्ट अधिकारीयों ने बड़ी आंतरिकता के साथ हमारा स्वागत किया। डिनर में हम सभी ने एक साथ स्वादिष्ट चीनी व्यंजन का खूब मज़ा लिया। कान्सल जनरल मा च्रानवू के साथ टोस्ट करना मेरे लिए एक दुर्लभ अनुभव रहा। उन्होंने खुद हमें खाना परोसा जिसका अनुभव जिक्र करना मेरे लिए संभव नहीं है। कान्सल जेनरल मा च्रेनवू ने हमें कुछ चाइनीज उपहार भी दिया। हमने भी उन्हें एक उपहार साथ ही श्रोता वाटिका और सेतु संबंध मैगज़ीन दिया।
यह वाकई मेरे जीवन की एक यादगार शाम है और मैं इस शाम को मेरी ज़िंदगी की सबसे ख़ुशी का पल मानूंगा। अंत में यही कहना चाहूंगा कि यह सम्मान पाकर सीआरआई हिंदी सेवा के प्रति मेरा दायित्व और भी बढ़ गया। मैं यह भी बोलना चाहूंगा की मैं सीआरआई - हिंदी विभाग के एक प्रशंसक के रूप में सीआरआई- हिंदी विभाग की प्रचार-प्रसार अभियान के लिए हमारे रेडियो क्लब न्यू हराइजन रेडियो लिस्नर्स क्लब की ओर से हर तरह प्रयास जारी रखूंगा।