चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने 16 जनवरी को दोपहर बाद पेइचिंग में आयोजित एशियाई आधारभूत संस्थापन निवेश बैंक यानी एआईआईबी परिषद की स्थापना के सम्मेलन में भाग लिया और भाषण दिया।
ली खछ्यांग ने कहा कि 16 जनवरी की सुबह एआईआईबी का उद्घाटन शुरू हुआ। राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने इसमें भाग लेकर भाषण दिया। एआईआईबी परिषद की स्थापना से पता चलता है कि चीन के प्रस्ताव और 57 विकासशील देशों और विकसित देशों की समान पूंजी वाले नए बहुपक्षीय विकास बैंक का प्रचालन औपचारिक तौर पर शुरू हो चुका है। यह भूमंडलीय आर्थिक प्रशासन व्यवस्था में सुधार के लिए सक्रिय और रचनात्मक अर्थ मौजूद है।
ली खछ्यांग ने कहा कि एशिया विश्व आर्थिक वृद्धि का महत्वपूर्ण इंजन बन गया है। एशिया में अनवरत आर्थिक विकास और क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण को आगे बढ़ाने के लिए आधारभूत संस्थापन निर्माण और आपसी संपर्क पर ध्यान दिया जाना जरूरी है। ताकि इस क्षेत्र में व्यापार, निवेश, व्यक्ति और सूचना के आदान-प्रदान में अधिक सुविधा मिलेगी। चीन के प्रस्ताव पर स्थापित एआईआईबी का उद्देश्य वित्तपोषण रास्ते का विस्तार करना, कुल मांग को व्यापक करना, कुल आपूर्ति में सुधार लाना है। ताकि खुद के विकास से क्षेत्रीय समान विकास को आगे बढ़ाया जा सके और विश्व आर्थिक पुनरुत्थान को बढ़ावा मिले।
ली खछ्यांग ने एआईआईबी के विकास के लिए तीन सूत्रीय आशा प्रकट की है। पहला, एक पट्टी एक मार्ग के प्रस्ताव और विभिन्न देशों के विकास की रणनीति के साथ जोड़ने को आगे बढ़ायो जाए। आधारभूत संस्थापन निर्माण का समर्थन किया जाए। समान विचार विमर्श, समान निर्माण और समान उपभोग वाले सिद्धांतों के आधार पर क्षेत्रीय और उप क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग को मज़बूत किया जाए।
दूसरा, अंतर्राष्ट्रीय उत्पादन क्षमता के क्षेत्र में सहयोग को आगे बढ़ाया जाए। कारगर सप्लाई से कारगर मांग को मज़बूत किया जाए।
तीसरा, सहयोग के नमूने में नयापन लाया जाए। विविधतापूर्ण सहयोग मज़बूत करते हुए समावेशी समान प्रगति को आगे बढ़ाया जाए।
(श्याओ थांग)