श्रोता आबिद हसन जी सीआरआई हिंदी विभाग को नव वर्ष बधाई और कविता भेजी
2016-01-15 17:05:42 cri
भुलाकर सारे दुःख भरे पल;
दिल में बसा लो आने वाले कल को;
मुस्कुराओ खुल कर चाहे जो भी हो पल;
क्योंकि आ रहा है नया साल लेकर खुशियों के पल।
नव वर्ष की शुभ कामनायें!