वर्तमान में चीन एक बड़ा आर्थिक और व्यापारिक देश बन गया है। पहला व्यापारिक देश का स्थान और मजबूत हुआ है। दो-तरफा निवेश में संतुलन मिल रहा है। चीन मजबूत आर्थिक देश बनता जा रहा है। चीनी वाणिज्य मंत्री काओ हूछेंग ने 27 दिसंबर को यह बात कही।
उन्होंने राष्ट्रीय वाणिज्य कार्य सभा में कहा कि पिछले 5 वर्षों में चीन में माल निर्यात हर वर्ष 6.5 प्रतिशत अधिक रहा, जो दुनिया का 13.2 प्रतिशत भाग है और बढ़ने की गति दुनिया के प्रमुख आर्थिक समुदाय से भी तेज है। सेवा व्यापार की औसत वृद्धि हर 13.6 प्रतिशत रही, जो दुनिया के दूसरे स्थान पर है।
काओ हूछेंग ने कहा कि चीन को दो-तरफा निवेश में संतुलन मिलता है। इस वर्ष 1 खरब 35 अरब अमेरिकी ड़ॉलर की विदेशी पूंजी आकृष्ट की गई, जबकि विदेश में 1 खरब 28 अरब अमेरिकी डॉलर की पूंजी लगाई गई। पिछले 5 वर्षों में चीन ने 6 खरब 20 अरब डॉलर की विदेशी पूंजी का उपयोग किया।
काओ हूछेंग के मुताबिक चीन में आर्थिक कूटनीति में प्राप्त उपलब्धियां उल्लेखनीय है। "एक पट्टी एक मार्ग" रणनीति अपनाई जाने के बाद से इस वर्ष के अंत तक चीन और संबंधित देशों के बीच व्यापार रकम कुल आयात-निर्यात रकम का एक तिमाही भाग बनती है। 50 से अधिक विदेशी आर्थिक और व्यापारिक सहयोग क्षेत्रों के निर्माण की पूंजी लगाई गई और 3 हजार से अधिक परियोजनाओं का अनुबंध किया जा रहा है।
(वनिता)