ब्रितानी वित्त मंत्री जॉर्ज ओस्बोर्न ने 7 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ़ में चीन के प्रतिनिधित्व पर अमेरिकी कांग्रेस के रवैये की निंदा की। उन्होंने कहा कि एक महत्वपूर्ण देश और विश्व का दूसरा बड़ा आर्थिक समुदाय होने के नाते चीन को आईएमएफ़ में अधिक प्रतिनिधित्व मिलना चाहिये।
अमेरिका की यात्रा कर रहे ओस्बोर्न ने आज अमेरिकी विदेशी मामला अकादमी द्वारा आयोजित गतिविधि में कहा कि बहुपक्षीय विश्व व्यवस्था में चीन की भागीदारी ब्रिटेन और अमेरिका के लाभ से मेल भी खाती है। वर्ष 2010 में आईएमएफ़ के सभी सदस्य देशों ने यह रूपांतरण प्रस्ताव पारित किया था, जिसके अनुसार ब्राज़ील, चीन, भारत, रूस समेत नवोदित आर्थिक समुदायों का आईएमएफ़ में प्रतिनिधित्व बढ़ाया जाएगा। इस समझौते की चर्चा में अमेरिका भी उपस्थित हुआ था। लेकिन अमेरिकी कांग्रेस की अनुमति नहीं मिलने के कारण यह समझौता अमल में नहीं लाया जा सका, यह दुख की बात है। (लिली)