युरोपीय संघ के मानवाधिकार मामले के विशेष प्रतिनिधि स्टाव्रोस लाम्ब्रिनिडिस से मुलाकात के दौरान दोनों पक्षों ने तिब्बती जाति, धर्म, संस्कृति जैसे मसलों पर पूर्ण रूप से विचारों का आदान प्रदान किया। पाडमा चोलिंग ने कहा कि लम्बे समय में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में देश की जातीय नीति का अच्छी तरह कार्यान्वयन किया जाता है। धर्म का विश्वास करने वाले श्रद्धालुओं की मांग को पूरा करते हुए तिब्बती संस्कृति की विविधता की रक्षा की जाती है।
प्रतिनिधिमंडल ने युरोपीय संसद के युरोप-चीन मैत्री दल और चीन के प्रति संबंध वाले प्रतिनिधिमंडल के साथ आदान-प्रदान किया। युरोपीय पक्ष ने चीन, खास कर तिब्बत के विकास में प्राप्त उपलब्धियों की प्रशंसा की और वर्तमान में युरोप और चीन के बीच मित्रवत संबंध और युरोपीय संघ के सदस्य देश और चीन के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों का उच्च मूल्यांकन किया। उन्होंने"एक पट्टी एक मार्ग"के निर्माण के दौरान चीन के साथ गहरे सहयोग का विकास करने की इच्छा व्यक्त की।
(श्याओ थांग)