सीआरआई हिंदी विभाग की निदेशक यांग यी फंग और सहयोगी पंकज के साथ
चीन की राजकीय यात्रा पर आए भारत के गृहमंत्री राजनाथ सिंह से 21 नवंबर को हुई खास भेंट में उन्होंने अपने चीन आने के उद्देश्य के बारे में सीआरआई से बात करते हुए सुरक्षा को एक मुख्य मुद्दा बताते हुए कहा कि आज विश्व को सम्मिलित होकर आतंकवाद के खतरे का डटकर सामना करना है।
पिछले सप्ताह घटी पेरिस हिंसा की दर्दनाक पृष्टभूमि में अपनी चीन यात्रा पर राजनाथ सिंह जी ने कहा कि सुरक्षा मुद्दे को लेकर उनकी बात चीन के प्रधानमंत्री ली ख छ्यांग, राजनीति और कानून आयोग के महासचिव मंगच्यान चू और नागरिक सुरक्षा मंत्री गो शंग ख्वन से वार्ता हुई और सभी इस बात पर सहमत हुए कि आतंकवाद विरोध के लिये सभी को साथ आने की आवश्यकता है। इसके साथ ही इन सभी गणमान्य व्यक्तियों ने इस बात पर अपनी सहमती जताई कि भारत और चीन के बीच भी आतंकवाद के विरोध में जिस तरह के सहयोग की आवश्यकता है उसमें चीन भारत के साथ सहयोग करने को तैयार है।
साथ ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मादक पदार्थों की तस्करी, साईबर अपराध और मानव तस्करी के विरुद्ध भी एक कार्य योजना बनाने की ज़रूरत है। मंत्री स्तर पर एक मंच तैयार किया जाना चाहिये जिसपर चीन और भारत में राजनाथ सिंह की इस यात्रा पर सहमती बनी है।
बीसीआईएम के मुद्दे पर राजनाथ सिंह ने बताया कि चीन के आर्थिक गलियारे को लेकर भारत में आंतरिक सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है इसमें भारत के कुछ पूर्वोत्तर राज्यों सहित बांग्लादेश, म्यांमार में भी कुछ उथल पुथल होती रहती है, व्यापार वाणिज्य और विकास के लिये इन क्षेत्रों में सुरक्षा बहुत आवश्यक बिंदु है, राजनाथ सिंह जी ने बीसीआईएम यानी बांग्लादेश को लेकर भारत की आंतरिक सुरक्षा पर पुरज़ोर आश्वासन दिया और कहा कि इस क्षेत्र में व्यापार वाणिज्य की गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाने को लेकर भी सुरक्षा के मुद्दे पर चीन के प्रधानमंत्री ली ख छ्यांग से विस्तार से बात हुई और सहमति बनी है।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये भी सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जिसपर राजनाथ सिंह ने कहा कि चीनी पर्यटकों के लिये भारत ने खासतौर पर ई-टूरिस्ट वीज़ा तैयार किया है, यानी इलेक्ट्रॉनिक पर्यटन वीजा का प्रावधान रखा गया है, इस मुद्दे पर मंत्री स्तरीय वार्ता में चीन ने भारतीय पर्यटकों के लिये भी ऐसे ही वीज़ा जारी करने पर अपनी सहमती जताई है, ये पर्यटन के क्षेत्र में एक बड़ा कदम होगा।
वैश्विक आर्थिक मुद्दे को लेकर भारत और चीन की भूमिका के मद्देनज़र राजनाथ सिंह ने कहा कि ऐसे माहौल में भी भारत की अर्थव्यवस्था पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा, भारत की आर्थव्यवस्था पर उसका कोई खास असर नहीं पड़ा।
चीन की महान दीवार पर घूमने के बारे में राजनाथ सिंह ने बताया कि छात्र जीवन में महान दीवार के बारे में पढ़ा था उसे आज देखा बर्फबारी के साथ दीवार के दर्शन करना बहुत अच्छा लगा, कुल मिलाकर मेरी चीन यात्रा बहुत सफल रही। (पंकज श्रीवास्त्व )