भारतीय अखबार" बिज़नेस स्टैंडर्ड" ने 23 नवंबर को रिपोर्ट जारी कर कहा कि भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) के निदेशक रघुराम राजन ने हाल में विदेशी मीडिया के साथ एक साक्षात्कार में चीनी मुद्रा आरएमबी के अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में विशेष आहरण अधिकार यानी एसडीआर प्राप्त करने का समर्थन किया और कहा कि यह भविष्य में वैश्विक बैंकिंग व्यवस्था के स्वस्थ विकास के लिए लाभदायक है।
राजन ने कहा कि आईएमएफ़ को वैश्विक व्यापारिक और बैंकिंग क्षेत्र में अहम स्थान वाले बड़े आर्थिक समुदायों को एसडीआर में शामिल करना चाहिए। खासकर भारत समेत नवोदित बाज़ार पर अधिक ख्याल रखना चाहिए।
चीनी मुद्रा आरएमबी के एसडीआर की प्राप्त के समर्थन के साथ राजन ने यह भी कहा कि गत अगस्त में आरएमबी के अवमूल्यन की वजह से विश्व आर्थिक स्थिति में उथल-पुथल पैदा होने की निंदा ठीक नहीं है। दूसरे देशों में "अभूतपूर्व उदार मुद्रा नीति" अपनाए जाने से अवमूल्यन की स्थिति पैदा हुई थी, इस तरह आरएमबी की कठोरता लंबे समय तक नहीं रह पाती।
(श्याओ थांग)
आपके विचार (0 टिप्पणियां)
![]()
कोई टिप्पणी नहीं
powered by changyan
|