चीनी राजदूत ले यूछङ ने भाषण देते हुए चीन में आर्थिक विकास की नई सामान्य स्थिति और बेहतरीन भविष्य से अवगत कराया और कहा कि चीनी आर्थिक वृद्धि की गति धीमी हुई, लेकिन अर्थव्यवस्था का ढांचा और श्रेष्ठ व अनवरत हुआ। उपभोग और सेवा उद्योग का चीनी अर्थतंत्र में अनुपात लगातार बढ़ रहा है। चीनी अर्थव्यवस्था में फिर भी तेज़ वृद्धि दर कायम रही और चीन वैश्विक अर्थतंत्र के लिए सबसे बड़ा योगदान दोने वाला आर्थिक समुदाय है।
ले यूछङ ने इस वर्ष चीन-भारत संबंध के विकास में प्राप्त अहम फलों का सारांश करते हुए कहा कि चीन और भारत नवोदित आर्थिक समुदाय के रूप में एक दूसरे की आपूर्ति हैं। राष्ट्रीय पुनरुत्थान के रास्ते पर दोनों देश तेज़ गति से आगे बढ़ रहे हैं। द्विपक्षीय संबंध इतिहास में सबसे अच्छे काल से गुज़र रहा है। चीनी और भारतीय उद्यमों को मौका पकड़ते हुए आपस में सहयोग मज़बूत करना चाहिए।
मंच पर उपस्थित चीनी और भारतीय अतिथियों, उद्यमों के प्रतिनिधियों ने कहा कि वे चीन-भारत संबंध के बड़े विकास का लाभ उठाते हुए विभिन्न क्षेत्रों में वास्तविक सहयोग को आगे बढ़ाने में अथक प्रयास करने को तैयार हैं।
(श्याओ थांग)
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