स्थानीय समयानुसार 18 नवंबर को सुबह भारत की यात्रा कर रहे चीनी युवा प्रतिनिधि मंडल ने नई दिल्ली स्थित ललित कला अकादमी में अधिकारियों और कलाकारों के साथ बातचीत की।
ललित कला अकादमी के प्रधान सुधाकर शर्मा ने कहा कि भारत और चीन विश्व की प्राचीन सभ्यता वाले देश हैं और ऐतिहासिक संस्कृति शानदार है। चीन की प्राचीन संस्कृति का सम्मान किया जाता है। इस विद्यालय ने वर्ष 2011 चीन में आयोजित प्रदर्शन में भाग लिया था और इसमें भारत का बड़ा स्वागत सत्कार किया गया था। यह विद्यालय भारतीय युवा कलाकारों को कला और संस्कृति के क्षेत्रों में दोनों देशों से संबंधित आदान-प्रदान में भाग लेने का प्रोत्सान करता है।
चीनी युवा प्रतिनिधि मंडल की एक अधिकारी, चीनी चिंग कांगशान क्रांतिकारी परंपरा शिक्षा केन्द्र के प्रबंधन केंद्र की उपाध्यक्षा ल्यू वनलान ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में चीन और भारत के बीच आदान-प्रदान बढ़ने के साथ साथ दोनों देशों के युवाओं के एक दूसरे देशों की यात्रा करने का पैमाना भी बढ़ रहा है। युवाओं के बीच आदान-प्रदान चीन भारत आवाजाही का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस बार के प्रतिनिधि मंडल में कुछ युवा कलाकार हैं। उन्हें आशा है कि इस अवसर पर दोनों देशों के युवाओं के बीच समझ को गहराया जाएगा, संस्कृति और कला के क्षेत्रों में आदान-प्रदान भी बढ़ाया जाएगा।
(वनिता)