भारत की यात्रा कर रहे चीनी सैन्य आयोग के उपाध्यक्ष फ़ान छांगलोंग ने 17 नवंबर को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट की।
इस अवसर पर फान छांगलोंग ने कहा कि पिछले एक वर्ष में चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने कई बार प्रधानमंत्री जी के साथ भेंट की है, जिससे द्विपक्षीय संबंधों के विकास में दिशा तय की गई है। दोनों नेताओं के नेतृत्व में दोनों देशों के बीच आदान-प्रदान और सहयोग का तेज़ विकास हो रहा है, दोनों देशों के बीच संबंधों के विकास का नया ऐतिहासिक चरण शुरू हुआ है। इस बार मेरी भारत यात्रा का लक्ष्य है कि दोनों नेताओं द्वारा संपन्न सिलसिलेवार सहमतियों पर अमल किया जाएगा और दोनों देशों की सेनाओं के बीच संबंधों का गहन रूप से विकास को बढ़ाया जाएगा। इधर के दो दिनों में मैंने भारतीय सेना के नेताओं के साथ मित्रवत आदान-प्रदान किया। दोनों पक्ष दोनों सेनाओं के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने, मतभेदों का अच्छी तरह प्रबंधन व नियंत्रण करने, सीमांत क्षेत्रों की शांति और स्थिरता की कारगर रूप से रक्षा करने पर सहमत हुए हैं, ताकि द्वपक्षीय संबंधों के विकास के लिए सकारात्मक योगदान किया जा सके।
नरेंद्र मोदी ने कहा किइधर के सालों में भारत और चीन के नेताओं के बीच संपर्क और आदान-प्रदान घनिष्ठ रहे हैं, आपस में बेहतर कार्य संबंध स्थापित हुआ है। भारत चीन के साथ संबंध के विकास, सीमांत क्षेत्रों की शांति और स्थिरता की रक्षा के लिए की गई कोशिशों में चीनी नेताओं के प्रति आभार प्रकट करता है। दोनों देशों की सेनाओं ने दोनों देशों के नेताओं द्वारा सीमा मुद्दे पर संपन्न की गई सहमतियों पर अच्छी तरह अमल किया। नए ऐतिहासिक युग में भारत और चीन को आर्थिक और व्यापारिक सहयोग को आगे बढ़ाते हुए समान विकास की खोज करनी चाहिए, ताकि दोनों देशों की जनता के सुखमय जीवन और एशिया के विकास के लिए सक्रिय योगदान दिया जा सके।
(वनिता)