महिलाओं के तमाम विकास को बढ़ाएं, एक साथ सुन्दर विश्व की रचना करें
-----विश्व महिला शिखर सम्मेलन में भाषण
( 27 सितंबर 2015, न्यूयॉर्क)
चीन लोक गणराज्य के अध्यक्ष शी चिनफिंग
"जन दैनिक"(28 सितंबर 2015, तीसरा संस्करण)
आदरणीय संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून,
आदरणीय प्रधान फुमजिले नखुका,
आदरणीय साथियों,
महिलाओं, पुरुषों और मित्रों,
संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना की 70वीं जयंती और विश्व महिला सम्मेलन की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर हमने यहां इस शिखर सम्मेलन का आयोजन किया है। हमने पुरुषों और महिलाओं की समानता और महिलाओं के विकास को आगे बढ़ाने के वचन को दोहराया है, एक साथ भविषय की रचना की, जिसका महत्वपूर्ण अर्थ है।
महिला भौतिक और मानसिक सभ्यता की रचयिता है, जो सामाजिक विकास और प्रगति को आगे बढ़ाने की महत्वपूर्ण शक्ति है। महिलाओं के बिना मनुष्य और समाज भी नहीं रहेगा।
पुरुषों और महिलाओं में समानता की खोज करने का कार्य महान है। इतिहास में महिलाओं की मुक्ति और प्रगति के बिना मनुष्य की मुक्ति और प्रगति नहीं हो सकती। पुरुषों और महिलाओं की समानता के आदर्श को साकार करने के लिए मनुष्य जाति असमतल और असामान्य प्रक्रिया से गुजरी है। 200 से ज्यादा वर्षों से पहले विश्व में पहली महिला घोषणा पत्र के जारी होने से 3 मार्च अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक महिला उत्सव और संयुक्त राष्ट्र संघ में महिला स्थान कमेटी की स्थापना से महिलाओं के प्रति सभी तरीकों के भेदभाव को मिटाने वाली संधि के पारित होने तक महिला कार्य के विकास के हर कदम ने मनुष्य की सभ्यता और प्रगति को आगे बढ़ाया है।
20 वर्ष पहले पेइचिंग में आयोजित चौथे विश्व महिला सम्मेलन में पेइचिंग घोषणा पत्र और कार्यवाई कार्यक्रम पारित किया गया और पुरुषों और महिलाओं के बीच समानता और महिला अधिकार को सुनिश्चित करने के रणनीतिक लक्ष्य और नीतिगत ढांचे पर हस्ताक्षर किया गया। आज पेइचिंग विश्व महिला सम्मेलन में घोषित भावना ने विश्व में सक्रिय परिवर्तन लाया है। पुरुषों और महिलाओं में समानता की खोज करने के विभिन्न देशों की सहमति दिन प्रति दिन मजबूत की जाती रहती है। महिला विकास को आगे बढ़ाने की कार्यवाईयां और विविधतापूर्ण हो गयी हैं। महिलाओं के अस्तित्व और विकास का वातावरण भी निरंतर श्रेष्ठ होता जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र महिला कार्यालय ने अनेक काम किये हैं, जो पूरी तरह सराहनीय हैं।
निरंतर अथक प्रयास के बाद कई असंभव सपनों को साकार किया गया है। विश्व के कुल 143 देशों ने कानून निर्माण से स्पष्ट रूप से पुरुषों और महिलाओं में समानता निर्धारित की है। कानूनी तौर पर महिलाओं के राजनीतिक और आर्थिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए कोई बाधा नहीं रही। महिलाओं की शिक्षा को स्वीकार करना, विवाह स्वतंत्रता और नौकरी की स्वतंत्रता जैसी बातें समाज की सहमति बन गयीं।
साथ ही, विश्व को देखें, विभिन्न देशों के विभिन्न स्थलों में महिला विकास का स्तर भी असंतुलित है। पुरुषों और महिलाओं के अधिकारों, अवसरों और संसाधनों का बंटवारा अभी भी असमान रहा है। महिलाओं की निहित शक्ति, क्षमता और योगदान के प्रति समाज की पहचान अभी भी परिपूर्ण नहीं है। वर्तमान में विश्व की कुल 80 करोड़ गरीब आबादी में आधी से ज्यादा महिलाएं हैं। हर बार जब युद्ध या महामारी आती है, तो महिलाएं आम तौर पर पहले शिकार बनती हैं। महिलाएं अक्सर आतंकवादी और हिंसक कार्यवाईयों की शिकार भी होती हैं। अभी तक महिलाओं के खिलाफ़ विभिन्न तरीकों के भेदभाव मौजूद हैं। महिलाओं का दुरुपयोग करने वाली कार्यवाईयां हमेशा होती रहती हैं।
तथ्य से जाहिर हुआ है कि पुरुषों और महिलाओं के बीच समानता को साकार करने के लिए हमें भारी प्रयास करने की जरूरत है। हमें अथक प्रयास करना चाहिए, ताकि महिला कार्यों के विकास के लिए विस्तृत रास्ते की खोज कर सकें।
महिलाओं, पुरुषों और मित्रों,
हमने अभी अभी 2015 के बाद विकास एजेंडा पारित किया है। लिंग दृष्टिकोण नयी विकास कार्यसूची के विभिन्न क्षेत्रों में शामिल किया जा चुका है। हम पेइचिंग विश्व महिला सम्मेलन की भावना का प्रसार करके वचन को दोहराते हैं कि पुरुषों और महिलाओं की समानता और महिलाओं के तमाम विकास को आगे बढ़ाने के लिए गतिविधियों को तेज़ करें।
पहला, महिलाओं के विकास को आर्थिक और सामाजिक विकास को जोड़ें। विकास महिला के बिना नहीं हो सकता। विकास का लाभ महिलाओं समेत सभी को मिलना चाहिए। हमें वैज्ञानिक और उचित विकास रणनीति बनाना चाहिए, विभिन्न देशों की स्थितियों, लिंग भिन्नता और महिलाओं की विशेष मांग पर विचार करना चाहिए, साथ ही हमें महिलाओं की समानता और सही रूप में उनके विकास की उपलब्धियों का उपभोग करना सुनिश्चित करना चाहिए, सृजन की नीति और तरीकों से महिलाओं की निहित शक्ति को बढ़ाना चाहिए और व्यापक महिलाओं के आर्थिक औक सामाजिक विकास में भाग लेने को आगे बढ़ाना चाहिए। चीन के तथ्य से साबित हुआ है कि महिलाओं द्वारा सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों में भाग लेने से महिलाओं के स्थान को कारगर रूप से उन्नत किया जा सकता है और सामाजिक उत्पादन शक्ति और आर्थिक जीवित शक्ति को बड़े हद तक उन्नत किया जा सकता है।
दूसरा, महिलाओं के हितों और अधिकारों को सक्रिय रूप से सुनिश्चित करें। महिलाओं के हित और अधिकार बुनियादी मानव अधिकार हैं। हमें महिलाओं के हितों और अधिकारों को सुनिश्चित करने की व्यवस्था को कानून और नियम में शामिल करना चाहिए, उसे राष्ट्रीय इरादे के स्तर तक उन्नत करना और सामाजिक कार्यवाई का मापदंड तय करना चाहिए। हमें महिलाओं की राजनीतिक और आर्थिक गतिविधियों में भाग लेने की क्षमता को मजबूत करना चाहिए, महिलाओं के नीति-प्रबंधन में भाग लेने के स्तर को उन्नत करना चाहिए, ताकि महिलाएं राजनीतिक, व्यापारिक और वैज्ञानिक जगत की सुयोग्य व्यक्ति बन सकें। हमें महिलाओं के बुनियादी चिकित्सक और स्वास्थ्य सेवा को सुनिश्चित करना चाहिए, खास तौर पर ग्रामीण महिलाओं, विकलांग महिलाओं, बेसहारा महिलाओं, वृद्ध महिलाओं और अल्पसंख्यक महिलाओं पर ध्यान देना चाहिए। हमें कदम उठाकर सभी लड़कियों के स्कूल में पढ़ने और सुरक्षित रूप से स्कूल जाने की गारंटी देनी चाहिए, महिलाओं को व्यावसायिक शिक्षा और आजीवन शिक्षा का विकास करना चाहिए, ताकि उन्हें समाज और नौकरी बाज़ार के परिवर्तन से मेल खाने में मदद मिल सके।
तीसरा, सामन्जस्यपूर्ण और मिलनसार समाज संस्कृति की रचना का प्रयास करें। पुरुषों और महिलाओं की एक जैसी दुनिया है। समाज में जीवित शक्ति को प्रेरित करने के लिए हमें महिलाओं के विरुद्ध मतभेदों को मिटाना चाहिए। हमें महिलाओं के खिलाफ़ पारिवारिक हिंसा सहित सभी तरीकों की हिंसा को बंद करने की कोशिश करनी चाहिए। हमें पुरुष-महिला समानता के आधार पर महिलाओं के विकास में बाधा डालने वाले पिछड़े विचार और पुराने रीति रिवाजों को तोड़ना चाहिए। मैं संयुक्त राष्ट्र महा सचिव बान की मून द्वारा प्रदत्त पुरुषों द्वारा महिलाओं के लिए काम करें के आह्वान की सराहना करता हूं। उम्मीद है कि ज्यादा से ज्यादा पुरुष इसमें भाग लेंगे।
चौथा, महिलाओं के विकास के लाभदायक अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण की रचना करें। महिला और बालक सभी अशांत तत्वों की सबसे बड़ी शिकार हैं। हमें शांतिपूर्ण विकास, सहयोग और समान उदार वाली विचारधारा पर डटे रहना चाहिए, शांति को ज्यादा मूल्यवान समझना चाहिए, सक्रिय रूप से शांति की रक्षा करनी चाहिए, ताकि हर एक महिला और बालक सुखमय और शांत की रोशनी में रह सकें।
विभिन्न देशों के महिला संगठनों को आदान-प्रदान को प्रगाढ़ बनाना चाहिए और समान विकास और प्रगति करना चाहिए। हमें महिला क्षेत्र के अंतर्राष्ट्रीय विकास के लिये और सहयोग करना चाहिए। विकसित देशों को विकासशील देशों को पूंजी और तकनीकी सहायता देकर विभिन्न देशों की महिलाओं के विकास के घाटे को कम करना चाहिए।
महिलाओं, पुरुषों और मित्रों,
चीनी जनता के सुन्दर जीवन की खोज करने की प्रक्रिया में हर एक महिला के पास जीवन में सफलता पाने और सपने को साकार करने का अवसर है। चीन पुरुष-महिला समानता की बुनियादी राष्ट्रीय नीति का सक्रिय रूप से कार्यान्वयन करेगा, महिलाओं के समाज में आधी भूमिका का प्रसार करके महिलाओं के कामों में उपलब्धियां प्राप्त करने और अपने आदर्शों और सपनों को साकार करने का समर्थन करेगा। चीनी महिलाएं भी अपने विकास के जरिए निरंतर विश्व महिला आंदोलन के विकास को आगे बढ़ाएंगी और वैश्विक पुरुष-महिला समानता कार्य के लिए और बड़ा योगदान देंगी।
वैश्विक महिला कार्य और संयुक्त राष्ट्र महिला कार्यालय के कार्यों का समर्थन करने के लिए चीन महिला कार्यालय को 1 करोड़ अमेरिकी डॉलर का दान देगा, ताकि पेइचिंग घोषणा पत्र और कार्यवाई कार्यक्रम को कार्यान्वित करने का समर्थन कर सके और 2015 के बाद विकास कार्यसूची के संबंधित लक्ष्य को साकार कर सके। आने वाले 5 वर्षों में चीन विकासशील देशों की महिलाओं और बालकों की 100 स्वास्थ्य परियोजना के कार्यान्वयन में मदद देगा, चिकित्सक दलों को भेजकर चिकित्सा कार्यवाई करेगा। चीन 100 खुशी कैम्पस परियोजना का कार्यान्वयन करके गरीब बालिकाओं को शिक्षा सहायता देगा और उनके स्कूल में दाखिले की दर को बढ़ाएगा। चीन विकासशील देशों की 30 हजार महिलाओं के चीन में प्रशिक्षण लेने का आमंत्रण करेगा और उनके देशों में स्थानीय 1 लाख तकनीकी महिलाओं का प्रशिक्षण देगा। चीन और संयुक्त राष्ट्र संघ में स्थापित संबंधित कोष के अधीन्न विकासशील देशों की महिला क्षमता के निर्माण का विकास करने की परियोजना लागू करेगा।
महिलाओं, पुरुषों और मित्रों,
हम हाथ मिलाकर प्रयास करके गतिविधि को तेज़ करें और सभी महिलाओं सहित सभी लोगों के लिए और सुन्दर दुनिया की रचना करें।
उम्मीद है कि शिखर सम्मेलन सफल हो।
धन्यवाद।
(संयुक्त राष्ट्र संघ, 27 सितंबर को, शिन्ह्वा न्यूज़ एजेंसी से तार)