भारत की यात्रा कर रहे चीनी उप राष्ट्राध्यक्ष ली युआनछाओ ने 5 नवंबर को कोलकाता में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी के साथ मुलाकात की।
ली युआनछाओ ने कहा कि 10 सालों के बाद यह उनकी दूसरी भारत यात्रा है। आर्थिक और सामाजिक विकास में भारत की उपलब्धियों ने उन पर गहरी छाप छोड़ी है। पश्चिम बंगाल प्रदेश में विकास की निहित शक्ति मौजूद है। उन्हें विश्वास है कि भविष्य के विकास में पश्चिम बंगाल को और बड़ी उपलब्धियां हासिल होगी।
ली युआनछाओ ने यह भी कहा कि दोनों देशों के नेता चीन-भारत रणनीतिक साझेदार संबंध को गहराने पर सहमत हुए हैं। दक्षिण पश्चिमी चीन के यून्नान प्रांत और पश्चिम बंगाल प्रदेश के बीच घनिष्ठ आवाजाही है। खुनमिंग और कोलकाता के बीच मैत्रीपूर्ण शहर का संबंध है। उन्हें आशा है कि पश्चिम बंगाल चीन और भारत के बीच संबंध के तेज विकास के आधार पर चीन के साथ आर्थिक, सांस्कृतिक क्षेत्र में ज्यादा सहयोग करेगा।
राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग के एक दूसरे देश की यात्रा के बाद भारत-चीन संबंध का नया अध्याय शुरू हुआ। दोनों देशों के बीच सहयोग की बहुत बड़ी गुंजाइश है। पश्चिम बंगाल चीन के साथ आदान-प्रदान को आगे बढ़ाने को तैयार है, ताकि दोनों देशों के बीच संबंध के विकास के लिए योगदान किया जा सके।
(वनिता)