चीनी राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो का प्रवक्ता शेंग लाईयून ने 19 अक्टूबर को कहा कि ट्रांस प्रशांत भागीदारी समझौते का लघु अवधि में चीन की आर्थिक विकास दर पर कम प्रभाव पड़ेगा। लेकिन इस समझौते के लागू होने के बाद चीन के विदेश व्यापार पर दबाव पड़ेगा।
वर्तमान में चीनी केंद्रीय बैंक रिसर्च ब्यूरो के मुख्य अर्थशास्त्री मा जून और शांगहाई रिसर्च फाउंडेशन के शोधकर्ता शिओ मिंगची ने संयुक्त लेख प्रकाशित किया। जिसमें कहा गया है कि यदि चीन ट्रांस प्रशांत भागीदारी समझौते में प्रवेश नहीं करता तो 4 सालों में चीन का सकल घरेलू उत्पाद 2.2 प्रतिशत कम हो जाएगा।
शेंग लाईयून ने यह भी कहा कि ट्रांस प्रशांत भागीदारी समझौते पर हस्ताक्षर करने की प्रक्रिया लंबी है, इसलिए इसका प्रभाव अब तक अनिश्चित है। लेकिन चीन ने इस बारे में तरीका ढूंढा है। जैसे द्विपक्षीय मुक्त व्यापार पर बातचीत, एक पट्टी एक मार्ग और मुक्त व्यापार क्षेत्र का निर्माण आदि।
(मीरा)