तिब्बत में अप्रैल में भारी भूकंप के बाद बंद हुए ची-लूंग बंदरगाह को 13 अक्तूबर को फिर से खोल दिया गया है।
ची-लूंग बंदरगाह की प्रबंध कमेटी के प्रधान सुन लीच्वन ने प्रेस को बताया कि गत अप्रैल में आए गंभीर भूकंप से ची-लूंग बंदरगाह की ओर जाने वाले मार्ग को नष्ट किया गया और बंदरगाह को बन्द करना पड़ा । पिछले कई महीनों के प्रयास से अब मार्गों की बहाली हो चुकी है। चीन के तिब्बत और नेपाल के बीच व्यापार की भी सामान्य स्तर पर बहाली की जाएगी।
ची-लूंग बंदरगाह के कस्टम के प्रधान के अनुसार पिछले कुछ वर्षों में ची-लूंग तक जाने वाली यातायात सुविधाओं में सुधार भी हुआ है, तिब्बत की राजधानी ल्हासा से शिकाज़े तक चलने वाले रेल मार्ग के प्रशस्त होने से ची-लूंग को चीन और दक्षिण एशियाई देशों के बीच पुल बनाया गया है। नेपाली भूकंप के प्रभाव को दूर करने के बाद सीमांत व्यापार और पर्यटन की भी बहाली हो जाएगी, यहां विकास का उल्लेखनीय भविष्य दिखता रहेगा।
ची-लूंग बंदरगाह नेपाल की राजधानी काठमांडू से लगभग सौ किलोमीटर की दूरी पर है, वर्ष 1978 में इसे चीन का प्रथम स्तर वाला सीमांत बंदरगाह तय किया गया था।
( हूमिन )