मौजूदा सम्मेलन में विभिन्न पक्षों ने भूमंडलीय व्यापारिक वृद्धि में गति धीमी होने, वैश्विक मूल्य श्रृंखला में छोटे और मझोले कारोबारों और कम आय वाले विकासशील देशों की भागीदारी, बहुपक्षीय व्यापारिक व्यवस्था के समर्थन जैसे मुद्दों पर विचार विमर्श किया और साथ ही आगामी नवम्बर में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए आर्थिक और व्यापारिक तैयारी को लेकर आम सहमती बनाई।
वर्तमान में भूमंडलीय आर्थिक वृद्धि की गति धीमी होने, अंतरारष्ट्रीय निवेश में गिरावट आने, नवोदित आर्थिक समुदायों की व्यापारिक स्थिति मंदी में पड़ने की परिस्थिति में वैश्विक व्यापारिक वृद्धि को उन्नत करना मौजूदा सम्मेलन का केंद्र बन गया। सम्मेलन के बाद आयोजित न्यूज़ ब्रीफिंग में चीनी वाणिज्य मंत्री काओ हूछंग ने कहा कि वर्तमान में भूमंडलीय व्यापारिक मंदी विभिन्न देशों के सामने मौजूद प्रमुख चुनौती है। जी-20 को आर्थिक और व्यापारिक वृद्धि के लिए योगदान करना चाहिए।
काओ हूछंग ने कहा कि वर्ष 2016 चीन जी-20 का अध्यक्ष देश बनेगा। शांगहाई में व्यापार मंत्रियों का सम्मेलन आयोजित होगा। चीन को आशा है कि जी-20 व्यापार मंत्रियों का सम्मेलन एक व्यवस्था बनेगा। ताकि भूमंडलीय व्यापारिक निवेश और आर्थिक वृद्धि को आगे बढ़ाने में जी 20 अधिक भूमिका निभा सके।
वहीं तुर्की के आर्थिक और व्यापारिक मंत्री निहात ज़ेबेक्सी ने कहा कि विश्व भर में धीमी आर्थिक वृद्धि की स्थिति को बदलने के लिए जी-20 के सदस्य देशों को कदम उठाना चाहिए। ताकि भूमंडलीय आर्थिक अनवरत विकास और सुधार साकार हो सके। (श्याओ थांग)