चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने हाल ही में अमेरिका के सीएटल में घोषणा की कि चीन और अमेरिका वर्ष 2016 को पर्यटन वर्ष के रूप में मनाएंगे। पर्यटन जगत के विचार में इससे चीन और अमेरिका के पर्यटन उद्यमों के सहयोग को बढावा मिलेगा और पर्यटन उद्योगों का नया विकास होगा। इसके अलावा यह गतिविधि चीन और अमेरिका के सॉफ्ट और हार्ड पर्यावरण के निर्माण के लिए लाभदायक होगा और पर्यटकों को अधिकाधिक सुविधाएं भी मिलेंगी ।
चीनी राष्ट्रीय सूचना केंद्र के पर्यटन अध्ययन विभाग के निदेशक शी पेइह्वा ने बताया कि विश्व के दो सबसे बडे आर्थिक समुदाय और सबसे बडे पर्यटन गंतव्य के रूप में चीन और अमेरिका के बीच काफी हद तक दोहरी दिशा वाला पर्यटन बाजार बन रहा है। भविष्य में अगर बुनियादी संस्थापनों के निर्माण और सीमा आरपार नीतियों में अधिक सरलीकरण आएगा, तो चीन और अमेरिका के पर्यटन सहयोग के विकास की बड़ी गुंजाइश होगी। उनके विचार में पहले वीजा प्राप्त करने के सरलीकरण को बढाया जाना चाहिए। दूसरा, एक दूसरे की सत्कार व्यवस्था में सुधार किया जाना चाहिए। तीसरा, एक दूसरे के पूंजी निवेश के सरलीकरण के लिए और कुछ कदमों की जरूरत है।
वर्तमान में चीन अमेरिका जाने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में चौथे स्थान पर है, जबकि अमेरिका चीन के मुख्य विदेशी पर्यटकों के स्रोत देशों में तीसरे स्थान पर है। पिछले साल 20 लाख से अधिक चीनी पर्यटकों ने अमेरिका की यात्रा की ।