चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग की पहली अमेरिकी राजकीय यात्रा 25 सितंबर को समाप्त हुई। इस दौरान शी चिनफिंग ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ गहरी सदिच्छापूर्ण और रचनात्मक वार्ता की। दोनों पक्षों के बीच व्यापक आम सहमतियां और सिलसिलेवार अहम कामयाबियां हासिल हुईं। विदेशी विशेषज्ञों, विद्वानों और मीडिया का कहना है कि शी चिनफिंग की यात्रा इस क्षेत्र और विश्व के लिए ऐतिहासिक बात है। जो बहुत फलदायी और सार्थक है।
अमेरिकी टेक्सास स्टेट के दक्षिण विश्वविद्यालय के प्रोफेसर छ्याओ फ़ङश्यांग के विचार में चीन-अमेरिका सहयोग, बड़े देशों के बीच नए संबंध की स्थापना से चीन और अमेरिका ही नहीं, पूरी दुनिया के लिए भी लाभदायक है। शी चिनफिंग द्वारा चीन और अमेरिका के बीच बड़े देशों के नए संबंध स्थापित करने वाला सदिच्छापूर्ण, ठोस और सर्वांगीर्ण व्याख्या से अमेरिकी जनता ही नहीं, वैश्विक जनता का समर्थन और समझ प्राप्त होगी। साथ ही चीन और अमेरिका के बीच चतुर्मुखी और रणनीतिक सहयोग आगे बढ़ाने, द्विपक्षीय संबंध और यहां तक कि विश्व शांति और विकास के लिए लगातार सक्रिय शक्ति और नए प्रेरित शक्ति मिलेगी।
《द न्यूयॉर्क टाइम्स》ने चीन और अमेरिका के बीच जलवायु परिवर्तन से जुड़े संयुक्त बयान का आकलन करते हुए कहा कि यह चीन और अमेरिका द्वारा विश्व में अपनी प्रभावकारी शक्ति का प्रयोग करते हुए जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने और दूसरे देशों के ऐसे करने का आग्रह है।
चीन और अमेरिका के शीर्ष नेताओं ने नेटवर्क अपराध के खिलाफ़ भी अहम आम सहमतियां हासिल कीं। अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री रोबर्ट होर्मात्स ने कहा कि यह चीन और अमेरिका के बीच सहयोग मज़बूत करने की आवश्यकता है। और साथ ही दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच वार्ता की एक अहम कामयाबी भी है।
(श्याओ थांग)