भारतीय हाईस्पीड रेल जनरल कंपनी ने हाल ही में चीनी अखिल रेल कंपनी के अधीन एक सर्वेक्षण और डिजाइन कंपनी को औपचारिक तौर पर निविदा पत्र सौंपा है जिससे यह चीनी कंपनी अपने भारतीय साझेदार के साथ नई दिल्ली – मुंबई हाईस्पीड रेल मार्ग परियोजना की व्यवहार्यता पर अध्ययन करेगी।
1200 किलोमीटर लंबा यह रेल मार्ग भारत की राजधानी नई दिल्ली को आर्थिक केंद्र मुंबई के साथ जोड़ेगा । भारत ने दिसंबर 2014 से नई दिल्ली – मुंबई , मुंबई – चेन्नई और नई दिल्ली – कोलकाटा तीन हाईस्पीड रेल मार्गों के व्यवहार्यता अध्ययन के प्रति विश्व भर में निविदा आमंत्रित किया । चीन, अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, इटली, स्पेन और बेल्जियम आदि सात देशों की 12 कंपनियों ने इसके निविदा आवेदन में भाग लिया।
चीनी अखिल रेल कंपनी के एक जिम्मेदार व्यक्ति के अनुसार चीन की हाईस्पीड रेल तकनीक न सिर्फ उन्नतिशील है, बल्कि सुरक्षित और विश्वसनीय भी है और चीनी हाईस्पीड रेल की लागत भी युक्तियुक्त प्रसिद्ध है। वर्तमान में चीन में दुनिया की सबसे विशाल हाईस्पीड रेल नेटवर्क का निर्माण समाप्त किया गया है जिसकी कुल लंबाई 17 हजार किलोमीटर है। चीन में निर्मित हाईस्पीड रेल लाइन दुनिया का 60 प्रतिशत से भी अधिक है।
( हूमिन )