फेडरल रिजर्व के ब्याज़ दर बढ़ाने से विकासशील देशों पर पड़ेगा प्रभाव
2015-09-16 18:13:22 cri
विश्व बैंक ने 15 सितंबर को कहा कि वर्ष 2015 में नवोदित बाज़ार में अर्थव्यवस्था वर्ष 2008 में वित्तीय संकट होने के बाद सबसे कमज़ोर रहेगी। फेडरल रिजर्व के ब्याज़ दर बढ़ाने से अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय बाज़ार को झटका लगेगा और इसके लिए विकासशील देशों को कमर कस लेनी चाहिए।
विश्व बैंक ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज़ दर बढ़ाने की सूचना जारी की है। इस कदम से बड़े पैमाने पर पूंजी नवोदित बाज़ारों से निकलेगी और विकसित देशों में लंबी अवधि के बांड का लाभ बढ़ेगा। इसमें 1 प्रतिशत बढ़ने से नवोदित बाज़ारों में प्रवेश करने वाली पूंजी में 45 प्रतिशत की कटौती होगी। इसलिए विकासशील देशों को उचित कदम उठाना चाहिए।
(दिनेश)
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