जापानी आक्रमण विरोधी युद्ध की विजय की 70वीं वर्षगांठ के मौके पर तमाम चीनी लोग भारतीय डॉक्टर द्वारकानाथ कोटनिस को बहुत याद करते हैं। वास्तव में कोटनिस के साथ अन्य चार भारतीय डॉक्टर भी चीन आए और उनसे गठित चीन की सहायता करने वाले भारतीय चिकित्सा दल ने जापानी आक्रमण के विरोध में अहम योगदान किया।
गौरतलब है कि 7 जुलाई 1937 को चीन में जापानी आक्रमण विरोधी युद्ध शुरू हुई। वर्ष 1938 में भारतीय कांग्रेस के तत्कालीन नेता जवाहर लाल नेहरू ने संवेदना प्रकट करने के लिए एक चिकित्सा दल चीन भेजने का निर्णय लिया। इसी स्थिति में चीन की सहायता करने वाले भारतीय चिकित्सा दल की स्थापना अगस्त 1938 के अंत में की गई। दल के पांच सदस्य थे, वे थे डॉ. मोहनलाल अटल, डॉ. एम आर चोलकर, डॉ. डबेन मुखर्जी, डॉ. विजय कुमार बसु और डॉ. द्वारकानाथ कोटनिस।
जापानी आक्रमण विरोधी युद्ध में उन भारतीय दोस्तों द्वारा किए गए योगदान को चीनी लोग कभी नहीं भूलेंगे।
(ललिता)