वर्ष 2000 से इस साल की जुलाई के अंत तक चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के अली क्षेत्र में भारतीय सरकार द्वारा प्रायोजित भारतीय तीर्थयात्रियों की संख्या 8649 दर्ज की गई। अली प्रिफेक्चर सरकार ने 3 अगस्त को चाइना न्यूज एजेंसी को यह आंकडा बताया।
अली प्रिपेक्चर छिंगहाई तिब्बत पठार के दक्षिण पश्चिम में स्थित है, जो भारत और नेपाल से सटा हुआ है। अली की पुलान काउंटी में कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील है, जहां बौद्ध धर्म और हिंदु धर्म के लिहाज से पवित्र स्थान माना जाता है।
स्थानीय सरकारी अधिकारी के अनुसार वर्ष 1984 में अली क्षेत्र ने औपचारिक रूप से भारतीय तीर्थयात्रियों का स्वागत सत्कार शुरू किया। वर्ष 1985 में अली में पर्यटन कंपनी की स्थापना के बाद से भारतीय पर्यटकों और भारत को छोडकर तीसरे देश के पर्यटन समुह का भी स्वागत सत्कार आरंभ हुआ ।
इस जून से भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए नाथूला दर्रा से अली जाने का नया रास्ता खुला है।
भारतीय तीर्थयात्रियों को बेहतर सेवा प्रदान करने के लिए अली क्षेत्र में कैलाश और मानसरोवर के पास आराम करने वाले पांच मुख्य स्थलों का जीर्णोधार किया गया।
इस साल से अली क्षेत्र में अब तक 10 जत्थों के 451 भारतीय तीर्थयात्रियों का स्वागत सत्कार हुआ।
वर्ष 2005 से अली के पर्यटन उद्योग में सालाना वृद्धि दर 12 प्रतिशत से अधिक रही। 2000 से 2012 तक अली आये देसी-विदेशी पर्यटकों की संख्या 8 लाख 30 हजार रही और पर्यटन आय 52 करोड़ य्वान दर्ज हुई।