ग्रीस के प्रधानमंत्री अलेक्सिस सिप्रास ने 13 जुलाई को कहा कि इसी दिन यूरोप क्षेत्र के शिखर सम्मेलन में संपन्न ग्रीस के ऋण मुद्दे के समाधान वाले समझौता बहुत कड़ा है। इसके कार्यान्वयन के दौरान कई मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। लेकिन यूरो क्षेत्र से निकलने का खतरा कहीं दूर हो गया है।
सिप्रास ने ब्रसेल्स में यूरो क्षेत्र शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद यह बात कही। उन्होंने माना कि इस समझौते से आर्थिक ह्रास पैदा होने की संभावना है। लेकिन ऐसे दबाव को आर्थिक प्रोत्साहन योजना, ऋदाताओं द्वारा दिए गए ऋण के पुनर्गठन वाले वचन और देश को प्राप्त वित्त पोषण जैसे तरीकों से संतुलित किया जा सकेगा।
सिप्रास ने उम्मीद जताई कि ग्रीक जनता इस समझौते का समर्थन करेगी। उन्होंन सभी लोगों को लाभ पहुंचाने वाले सुधार करने का वचन भी दिया।
गौरतलब है कि 17 घंटे की वार्ता के बाद यूरो क्षेत्र शिखर सम्मेलन में 13 जुलाई को सुबह ग्रीस के ऋण मुद्दों को लेकर समझौता संपन्न हुआ। बताया जाता है कि समझौते के मुख्य विषयों में ग्रीस संसद का 15 जुलाई के पूर्व सिलसिलेवार सुधार कदम उठाना, ऋणदाताओं द्वारा ग्रीस को अपने वचन का पालन करने के बाद उसे 82 अरब से 86 अरब यूरो की सहायता राशि देना आदि शामिल हैं।
(श्याओ थांग)