9 जुलाई को ब्रिक्स देशों के नेताओं की सातवीं भेंटवार्ता रूस के उफ़ा शहर में आयोजित हुई। चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्राजील की राष्ट्रपति डिल्मा रौसेफ़, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा ने इसमें भाग लिया। पाँच देशों के नेताओं ने ब्रिक्स देशों के साझेदारी संबंधों के मुद्दे पर वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय स्थिति और ब्रिक्स देशों के सहयोग पर विचार-विमर्श किया। साथ ही विस्तृत और उल्लेखनीय उलब्धियां भी प्राप्त हुईं।
शी चिनफिंग ने साझेदारी संबंधों का एक साथ निर्माण कर सुन्दर भविष्य की रचना विषय पर एक महत्वपूर्ण भाषण दिया। इसमें ब्रिक्स देशों के सहयोग की प्रक्रिया का सिंहावलोकन किया गया, और ब्रिक्स देशों के साझेदारी संबंधों को मजबूत करने की दिशा पेश की गयी। उन्होंने कहा कि चीन विभिन्न पक्षों के साथ ब्रिक्स देशों के सहयोग को और गहन और मजबूत करना चाहता है, और वैश्विक शांति और विकास में अधिक योगदान करना चाहता है।
ब्रिक्स देशों के साझेदार संबंधों को मजबूत करने के लिये शी चिनफिंग ने चार सुझाव पेश किये। पहला, विश्व शांति की रक्षा करने वाले साझेदारी संबंधों का निर्माण। दूसरा, समान विकास के साझेदारी संबंधों का निर्माण। तीसरा, सांस्कृतिक बहुपक्षीकरण वाले साझेदार संबंधों का निर्माण। और चौथा, विश्व आर्थिक शासन को मजबूत करने वाले साझेदारी संबंधों का निर्माण।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि ब्रिक्स देश वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय मंच में एक महत्वपूर्ण व्यवस्था है। स्थापित होने के बाद ब्रिक्स देश अर्थव्यवस्था, व्यापार, पूंजी-निवेश और मानवीय आवाजाही के क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करते रहें, सहयोग के क्षेत्र भी लगातार विस्तार होता रहे।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ब्रिक्स देशों के सहयोग में उल्लेखनीय उपलब्धियां प्राप्त हुई हैं। वर्तमान में विश्व के सामने बहुत सी चुनौतियां मौजूद हैं। ब्रिक्स देशों को सहमति बनाए रखना चाहिए इसके साथ ही सहयोग को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिये। भारत ब्रिक्स देशों के बीच कृषि, बुनियादी सुविधाएं, जलवायु परिवर्तन का मुकाबला आदि क्षेत्रों में और घनिष्ठ समन्वय करने पर सहमत हैं।
दक्षिण अफ़्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा ने कहा कि वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में चुनौतियां दिन-प्रति-दिन बढ़ रही हैं। विभिन्न देशों को संयुक्त राष्ट्र संघ और क्षेत्रीय संगठन के ढांचे में सहयोग को मजबूत करने की आवश्यकता है।
ब्राज़ील की राष्ट्रपति रौसेफ़ ने कहा कि ब्रिक्स देशों ने नये विकास बैंक का निर्माण करने और आपात भंडार प्रबंधन का फैसला किया है। यह सहयोग को गहन करने का महत्वपूर्ण कदम है।
चंद्रिमा