चीन के पश्चिम में स्थित शानशी प्रांत अपने लंबे इतिहास, विविध सांस्कृतिक अवशेष और सुंदर प्राकृतिक परिदृश्य की वजह से देसी-विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन रहा है। इस प्रांत में पर्यटन संसाधनों की मात्रा बहुत अधिक है। इस बात को ध्यान में रखते हुए चीन का प्रमुख अंग्रेजी अखबार "चाइना डेली" और शानशी पर्यटन ब्यूरो ने मिलकर "विदेशियों की नजर में शानशी" नामक गतिविधि का आयोजन किया, जिसमें अगल-अलग देशों से आए कुल 15 विदेशियों ने शानशी प्रांत के अनेक स्थानों का दौरा किया।
इस 5 दिवसीय गतिविधि में 15 विदेशी लोगों के दल ने शानशी की राजधानी थाईयुआन में स्थित चिन-स मंदिर का दौरा किया। इस प्राचीन मंदिर को 400 ईस्वी में च्रोउ राजवंश के राजकुमार सू यू की याद में बनवाया गया। इसके अलावा इस दल ने छिंग राजवंश के पिंगयाओ प्राचीन नगर का दौरा किया जो कि सन् 1370 में बना था। इस प्राचीन नगर का नाम चीन के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा हुआ है। चीन का सबसे पहला बैंक इस नगर में स्थापित हुआ था। अमरीका, इंग्लैंड, रूस, जर्मनी, मलेशिया, भारत, इटली आदि देशों से आए विदेशियों ने चीन के महत्त्वाकांक्षी इतिहास को अच्छे से महसूस किया। सभी ने शानशी के इतिहास और पर्यटन स्थलों को जाना और समझा।
इसके अलावा इस दल ने शानशी प्रांत के छांगचिर शहर के हुक्वान काउंटी में स्थित थाईहांग पर्वत का भी दौरा किया जहां विभिन्न आकार के पर्वत, साफ पानी, झरने, तालाब, गुफाएं आदि मौजूद थे। वहां का शानदार दृश्य विदेशियों को लुभा रहा था। इसके बाद लिंगछुआन काउंटी में स्थित वांगमांग पर्वत, छिजी पर्वत और शियाकोउ पर्वत रास्ता का भी दौरा किया, जिसका दृश्य अपने आप में अद्भूत और उत्कृष्ट था।
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Upar jis mandir ki chitra hai wo 400 esvi ki hai ya 1370 ki, Ye bhi batayen.