ब्रिटेन स्थित चीनी राजदूत ल्यू श्याओमिंग ने 21 मई को कहा कि पश्चिमी देशों के कई लोगों ने पक्षपातपूर्ण रुख अपनाते हुए चीन पर आशंका जताई कि"एक पट्टी एक मार्ग"चीन की भू-राजनीतिक साधन है, जिसमें रणनीतिक उद्देश्य मौजूद हैं। जबकि सच्चाई ये है कि"एक पट्टी एक मार्ग"किसी देश का भू-राजनीतिक साधन नहीं है। यह चीन द्वारा अंतरराष्ट्रीय समुदाय को प्रदत्त सार्वजनिक उत्पाद है।
उन्होंने कहा कि"एक पट्टी एक मार्ग"प्रस्ताव सैन्य सुरक्षा पर विचार नहीं करता और न ही विवादित मामले से संबंधित होता है। यह प्रस्ताव हमेशा आर्थिक सहयोग और मानविकी आदान प्रदान पर ध्यान देता रहेगा।"एक पट्टी एक मार्ग"का क्या प्रभाव होगा?इसके तटीय देशों से आपसी संपर्क और सहयोगी विकास साकार होगा। जिससे भारी निहित शक्ति दिखाते हुए भूमंडलीय आर्थिक वृद्धि में जबरदस्त प्रेरित शक्ति का संचार होगा। साथ ही विश्व शांति की रक्षा में भी मददगार सिद्ध होगा।
राजदूत ल्यू श्याओमिंग के अनुसार"एक पट्टी एक मार्ग"किसी क्षेत्रीय सहयोगी व्यवस्था और प्रस्ताव का स्थान नहीं लेता। बल्कि वर्तमान आधार के तहत"एक पट्टी एक मार्ग"के तटीय देशों के बीच आपस में आर्थिक रणनीतिक संपर्क बनाते हुए एक दूसरे को आपूर्ति की जाती है।
(श्याओ थांग)