मध्य चीन में निवेश और व्यापार के नौवें एक्सपो में एक महत्वपूर्ण गतिविधी के रूप में मध्य चीन के छह प्रांतों के"एक पट्टी एक मार्ग"के निर्माण पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी 18 मई को वुहान शहर में शुरु हुई। मध्य चीन के छह प्रातों और रूस, भारत, जर्मनी जैसे देशों से आने वाले 400 से अधिक सरकारी अधिकारियों, उद्यम प्रतिनिधियों और विद्वानों ने एक मार्ग एक पट्टी के आम निर्माण, पारस्परिक लाभ जीतने के बारे में चर्चा की।
फ्रांस के पूर्व प्रधानमंत्री डोमिनिक डी विलेपिन ने कहा कि तीस साल पहले चीन ने सुधार के ज़रिये अपनी आधुनिकीकरण की सड़क को खोला था। और अब तीस साल बाद चीन"एक पट्टी एक मार्ग"के निर्माण से फिर एक बार दुनिया को बदलेगा और आर्थिक विकास के लिये नया इंजन प्रदान करेगा।
हंगरी के पूर्व प्रधानमंत्री क्युरसानय फेरेंक का कहना है कि पिछले तीस सालों के विकास में चीन की अर्थव्यवस्था में बहुत प्रभावशाली वृद्धि हुई है। लेकिन इसके साथ-साथ मिडवेस्ट और पूर्वी क्षेत्रों के बीच असमान विकास होने की समस्या खड़ी है। "एक पट्टी एक मार्ग"के निर्माण से चीन की क्षेत्रीय असमानता को कम करने में मदद मिलेगी।
इसी के साथ-साथ संगोष्ठी में शामिल विदेशी विद्वानों के मुताबिक, समानता और लाभप्रद सहयोग के आधार पर अच्छे साझेदारी, बेहतर संबंधों का विकास करता है। चीन के आसपड़ोस के देशों के लिये"एक पट्टी एक मार्ग"का निर्माण आपसी सहयोग का एक अच्छा मॉडल माना जाता है।
(अंजली)