चीनी राष्ट्रीय विकास और रूपांतरण कमेटी ने 18 मई को जलवायु परिवर्तन पर चीन औऱ भारत के संयुक्त बयान का पूरा विषय जारी किया।
चीन और भारत ने विकसित देशों से ग्रीन हाउस गैस की निकासी कम करने और विकासशील देशों को पूंजी, तकनीक और क्षमता निर्माण में समर्थन देने की मांग की है। साथ ही विकसित देशों से वर्ष 2020 तक हर वर्ष विकासशील देशों को एक खरब अमेरिकी डॉलर की पूंजी देने के वचन का पालन करने का आग्रह भी किया है।
बयान के अनुसार चीन और भारत की समान राय है कि जलवायु परिवर्तन से होने वाले कुप्रभाव सभी के लिये चिंता का विषय है। ये 21वीं शताब्दी में विश्व की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक भी है। इसका समाधान अनवरत विकास के ढांचे में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग द्वारा किये जाने की आवश्यकता है। चीन और भारत इस संयुक्त बयान और संबंधित सहयोग समझौते से द्विपक्षीय जलवायु परिवर्तन साझेदारी संबंधों को और मजबूत करना चाहते हैं, साथ ही इस साझेदारी संबंधों का स्थान दोनों पक्षों के व्यापक रणनीतिक सहयोग में बढ़ाना चाहते हैं।
चंद्रिमा