भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 मई को पेइचिंग स्थित त्सिंगह्वा विश्वविद्यालय में भाषण दिया। चीनी विदेश मंत्री वांग यी, भारत स्थित चीनी राजदूत ल यूछंग और चीन स्थित भारतीय राजदूत अशोक कुमार कंठ ने इसमें हिस्सा लिया। करीब 300 अध्यापकों और छात्रों ने मोदी के भाषण को सुना।
भाषण में मोदी ने भारत और चीन के बीच सांस्कृतिक, आर्थिक और व्यापारिक सहयोग के इतिहास का सिंहावलोकन किया और कहा कि चीन और भारत में इस समय अर्थव्यवस्था और समाज में बड़ा परिवर्तन हो रहा है। पिछले 30 से अधिक वर्षों में चीन ने व्यापक प्रगति की है, जिससे वैश्विक आर्थिक ढांचे में भी बदलाव आया है। जबकि भारत भी सिलसिलेवार कदम उठा रहा है और आर्थिक सुधार में उपलब्धि प्राप्त कर रहा है।
मोदी ने कहा कि भारत और चीन की साझा इच्छा है कि दोनों देशों के सामने बराबर चुनौतियां और अवसर मौजूद हैं। भारत और चीन अच्छे साझेदार बन सकते हैं। विश्वास है कि हमारे दोनों देशों का भविष्य और वृहद होगा।
(ललिता)