इधर के सालों में एशियाई आर्थिक विकास तेज़ रहा है। एशियाई देशों के सामने आधारभूत संस्थापनों के निर्माण में धनराशि का अभाव है। चीन ने एआईआईबी स्थापित करने का सुझाव पेश किया, जिसका भारत ने पहले समय में अपना समर्थन दिया। राजदूत कंठ के विचार में एआईआईबी की स्थापना विभिन्न सदस्यों के लिए अहम है, भारत को इससे फायदा मिलेगा।
वर्ष 2014 में करीब 10 करोड़ चीनी पर्यटक विदेशों की यात्रा की। भारत अधिक से अधिक चीनी पर्यटकों का गंतव्य स्थल बनता जा रहा है। ज्यादा से ज्यादा चीनी यात्रियों को आकर्षित करने के लिए भारत क्या कदम उठाएगा?इसकी चर्चा में राजदूत कंठ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पर्यटन वर्ष के उद्धघाटन समारोह में भारत की यात्रा के लिए अधिकाधिक चीनी पर्यटकों का स्वागत किया। उनके विचार में नागिरकों के बीच प्रत्यक्ष आदान-प्रदान द्विपक्षीय संबंध के विकास में सक्रिय भूमिका निभाएगा।
चीन की यात्रा से पहले भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने"सिना विबो"पर अपना अकांउट खोला, जो चीनी विबो पर अपना अकांउट खोलने वाले पहले भारतीय नेता बन गए। वर्तमान में मोदी के सिना विबो के 45 हज़ार फोल्लोवेर्स हो गए हैं। इसकी चर्चा करते हुए भारतीय राजदूत अशोक कंठ ने कहा कि मोदी सोशल वेबसाइट पर सक्रिय रहे हैं। वे नई मीडिया के माध्यम से भारत और विश्व की जनता के साथ संवाद करते हैं। उन्होंने सिना विबो पर अपना अकांउट खोला, वे चाहते हैं कि चीनी सोशल वेबसाइट और चीनी लोगों के बीच दोस्ती कायम हो।
भारतीय राजदूत कंठ ने कहा कि भारतीय और चीनी जनता के बीच संपर्क और आपसी समझ से द्विपक्षीय संबंध के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्हें विश्वास है कि भारत-चीन संबंध का और अच्छा विकास होगा।
(श्याओ थांग)