चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुवा छुन इंग ने 6 मई को नियमित प्रेस वार्ता में कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 से 16 मई तक चीन की औपचारिक यात्रा करेंगे। पेइचिंग के अलावा वे शिआन और शांगहाई की यात्रा भी करेंगे।
हुवा छुन इंग ने बताया कि प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी की यह पहली चीन यात्रा होगी और पिछले सितंबर में चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग की भारत यात्रा के बाद दो देशों के बीच फिर एक बार महत्वपूर्ण उच्च स्तरीय आदान प्रदान होगा। चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग, चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग और चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थाई समिति के अध्यक्ष च्यांग द च्यांग मोदी से मुलाकात और वार्ता करेंगे। दोनों पक्ष द्विपक्षीय संबंध और समान रूचि वाले मुद्दों पर रायों का गहन आदान प्रदान करेंगे ।
हुवा छुन इंग ने कहा कि चीन और भारत दो सबसे बडे विकासशील देश हैं और महत्वपूर्ण उभर रहे आर्थिक समुदाय भी ।दो देशों के संबंधों का रणनीतिक महत्व और विश्वव्यापी प्रभाव है ।इधर के कुछ सालों में चीन और भारत के संबंधों का स्वस्थ और स्थिर विकास बना रहा है और पारस्परिक लाभ ,समान जीत ,सहयोग व विकास के साथ एक दूसरे का ख्याल रखकर मतभेदों का समुचित निपटारा करने वाला रास्ता निकाला है ।
उन्होंने कहा कि चीन भारत के साथ समान कोशिश कर इस यात्रा से दो देशों का पारस्परिक रणनीतिक विश्वास बढाने ,व्यावहारिक सहयोग व सांस्कृतिक आदान प्रदान गहराने औऱ महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय सवालों पर संपर्क व समन्वय मजबूत करने को तैयार है ताकि चीन और भारत के बीच शांति व समृद्धि के उन्मुख रणनीतिक सहयोगी साझेदारी को बढाकर समान विकास और समृद्धि पूरी की जाए।