बहुपरतीय शिह्वातुडं गुफा पेइचिंग के फाडंशान नामक इलाके के नानछेइडं गांव में स्थित है। यह पेइचिंग का एक नया पर्यटन स्थल है।
इस गुफा की प्राकृतिक संरचना अनोखी और भव्य है। शिला-वांस, स्तंभ, फूल व पगोडा आदि के दृश्य अचंभित करते हैं। यह चीन की दुर्लभ व सुंदर प्राकृतिक गुफा है।
1466 में लिय्वान क्वाडंफा नामक एक भिक्षु ने इस गुफा का पता लगाया। उसी साल उसने इस गुफा के द्वार पर एक मंदिर का निर्माण किया और मंदिर में "क्षितिगर्भा" की उभरवां मूर्ति बनायी। क्षितिगर्भा बुद्ध ने एकांत जीवन बिताया था। बाद में इस गुफा को "छअयेनचनतुडं" कहा जाने लगा, इसका अर्थ "अप्रकट बुद्ध की गुफा" होता है। गुफा के बाहर दस बुद्ध मूर्तियां थीं, इसलिए इसे "दस बुद्ध गुफा" या "प्रस्तर बुद्ध गुफा" भी कहते थे। कभी इस मंदिर के दर्शन के लिए अनेक तीर्थयात्री आते थे। कुछ लोग यहां आकर बस भी गये और उन्होंने नानछेइडं गांव की स्थापना की। बाद में वर्षा-तूफान से यह मंदिर ध्वस्त हो गया और गुफा विस्मृति के गर्भ में समा गयी।