अंतरराष्ट्री मुद्रा कोष( आईएमएफ़) के उप महानिदेशक चू मिन ने 19 अप्रैल को कहा कि चीन में पहली तिमाही में बैंकिंग आंकड़ों से पता चलता है देश में शैडो बैंकिंग की वृद्धि पर काबू पा लिया गया है। ऐसी पृष्ठभूमि में चीनी केंद्रीय बैंक जमा-आरक्षित अनुपात(डिपोजिट रिजर्व रेशियो) में कटौती से वास्तविक अर्थव्यवस्था के विकास को लाभ मिलेगा।
शैडो बैंकिंग का मतलब होता है बैंकिंग जैसी गतिविधियां करना, लेकिन बैंकिंग जैसी कानूनी बाध्यता ना होना और कानून का शिकंजा उतना मजबूत ना होना।
चीनी केंद्रीय बैंक के आंकड़ों से पता चला है कि पहली तिमाही में बढ़ी आरएमबी ऋण की मात्रा गत वर्ष की समान अवधि से 6 खरब 1 अरब 80 करोड़ युआन अधिक रही। जबकि समाज में वित्त पोषण की वृद्धि पिछले वर्ष की समान अवधि से 8 खरब 94 अरब 90 करोड़ युआन कम रही। चीनी केंद्रीय बैंक ने 19 अप्रैल को एलान किया कि 20 तारीख से ही विभिन्न प्रकार वाले जमा राशि वाले बैंकिंग संस्थाओं में आरएमबी का जमा-आरक्षित अनुपात 1 प्रतिशत कम किया जाएगा।
चू मिन ने आईएमएफ़ और विश्व बैंक के वसंतकालीन सम्मेलन के दौरान चीनी मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि उक्त स्थिति से जाहिर है कि इधर के सालों में प्रशासन के चलते चीन में शैडो बैंकिंग की वृद्धि का पैमाना नियंत्रित हुआ है। यह जोखिम नियंत्रण के लिए लाभदायक है। ऐसी पृष्ठभूमि में जमा-आरक्षित अनुपात कम किए जाने से पारंपरिक बैंकिंग ऋण को आगे बढ़ाने के साथ नवाचार उद्योग, सेवा उद्योग और नवोदित क्षेत्र का समर्थन मज़बूत होगा। यह वर्तमान में चीन में आर्थिक ढांचे के परिवर्तन के लिए लाभकारी होगा।
(श्याओ थांग)