चीनी एनपीसी के तिब्बती प्रतिनिधि मंडल ने 13 अप्रैल को ब्राजील के रियो द जेनेरियो में वहां के विद्वानों और चीनी प्रवासियों के साथ एक बैठक आयोजित की। उन्होंने तिब्बत के विकास की स्थिति का परिचय दिया, साथ ही तिब्बत से जुड़े सवालों का जवाब भी दिया।
इस प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की जन प्रतिनिधि सभा की स्थाई कमेटी के उपाध्यक्ष शिंगत्ज़ा तेन्ज़िन चोड्राक हैं। उनके अनुसार प्रतिनिधि मंडल के सदस्य अपने अनुभवों द्वारा तिब्बत में तीव्र गति से हुए ज़मीन-आसमान के अंतर वाले विकास के बारे में ब्राज़ील की जनता को बताना चाहते हैं। आशा है कि ब्राजील की जनता व्यापक और वस्तुगत रूप से तिब्बत के बारे में सही तरीके से जान सकेगी।
शिंगत्ज़ा तेन्ज़िन चोड्राक ने बल देकर कहा कि तिब्बत पुराने समय से ही चीन का एक भाग रहा है। वर्ष 1951 में तिब्बत की शांतिपूर्ण मुक्ति हुई। वर्ष 1959 में तिब्बत में लोकतांत्रिक सुधार किया गया। इसके बाद 1965 में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की स्थापना की गयी। ये सभी बातें तिब्बत के विकास के लिये बहुत महत्वपूर्ण हैं।
उपस्थित ब्राज़ील के विद्वानों ने कहा कि ब्राजील और चीन दोनों विशाल देश हैं। विकास के दौरान दोनों में बहुत सी समानताएं मौजूद हैं। उन्हें आशा है कि तिब्बत के विकास में प्राप्त अनुभव ब्राजील में क्षेत्रीय विकास के असंतुलन, पर्यावरण संरक्षण और विकास जैसे मुद्दों का समाधान करने में लाभदायक होंगे।
चंद्रिमा