शिनचा तानचङ छ्युजा और अमेरिकी संघीय सांसद डेविड वाराह बातचीत करते हुए
चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा (एनपीसी) के तिब्बती प्रतिनिधिमंडल ने 8 अप्रैल को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में राजनीतिक और अकादमिक जगत के लोगों के साथ संगोष्ठी आयोजित की। इसी दौरान प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने अमेरिका में रह रहे तिब्बती बंधुओं के साथ बातचीत भी की।
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की एनपीसी स्थाई समिति के उपाध्यक्ष शिनचा तानचङ छ्युजा के नेतृत्व में इस प्रतिनिधिमंडल के कुल दस सदस्य हैं। उन्होंने 8 अप्रैल को सुबह संघीय प्रतिनधि सदन के सांसद रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य डेविड वाराह और दोपहर के बाद संघीय प्रतिनिधि सदन के सांसद लोकतांत्रिक पार्टी के सदस्य मिशेल होंडा से मुलाकात की।
बताया जाता है कि इन दोनों सांसदों के साथ हुई भेंटवार्ता में तिब्बती प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की स्थापना के बाद से अब तक पिछले 50 सालों में जनजीवन, चिकित्सा, रोज़गार और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में हुए विकास की स्थिति से अवगत करवाया।
इसी दिन प्रतिनिधिमंडल ने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के पूर्वी एशिया अनुसंधान केंद्र के विद्वानों के साथ विचारों का आदान-प्रदान किया। प्रतिनिधिमंडल के अध्यक्ष शिनचा तानचङ छ्युजा ने अपना अनुभव साझा किया। वे पांच साल की उम्र से ही बौद्धिक सूत्र सीखने लगे और 9 वर्ष की आयु में ग्रामीण प्राइमरी स्कूल में पढ़ाने लगे। उन्होंने कहा कि उनके अनुभव से जाहिर होता है कि पिछली सदी के 50 के दशक में तिब्बत की शैक्षिक स्थिति बहुत पिछड़ी हुई थी। लेकिन वर्तमान में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में संपूर्ण शिक्षा व्यवस्था कायम हुई है।
(श्याओ थांग)