चीन"स्पेस रूट"और "मौसम" परियोजना के साथ"पट्टी और मार्ग"प्रस्ताव को जोड़ते हुए भारत के साथ संचार और समन्वय मजबूत करने को तैयार है। भारत स्थित चीनी राजदूत ले यूछंग ने बुधवार को यह कहा।
भारत के प्रमुख अख़बार"द हिन्दू"को दिए एक इंटरव्यू में ले यूछंग ने कहा कि भारत के पास अद्वितीय भौगोलिक क्षेत्र है। वह प्राचीन रेशम मार्ग और स्पेस रूट के साथ एक महत्वपूर्ण देश भी है। इसके अलावा चीन द्वारा प्रस्तावित"पट्टी और मार्ग"पर स्थित है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल भारत एशियाई आधारभूत संस्थापन निवेश बैंक (AIIB) के संस्थापक सदस्य बनने के अच्छुक देशों में से एक बना, और इस साल जनवरी में मुंबई में दूसरा मुख्य वार्ताकारों की बैठक का आयोजन किया।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत इस साल कोलकाता में बांग्लादेश-चीन-भारत-म्यांमार (BCIM) आर्थिक कॉरिडोर संयुक्त कार्य समूह की तीसरी बैठक की मेजबानी करेगा। इन सब चीजों से"पट्टी और मार्ग"प्रस्ताव के लिए भारत का सहकारी रवैया प्रतिबिंबित होता है।
(अखिल पाराशर)