भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 मार्च को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री भवन में चीन के विश्वविख्यात ई बिजनेस कंपनी अलीबाबा ग्रुप के बोर्ड अध्यक्ष जैक मा से भेंट की।
इसी दिन उनके बीच करीब 50 मीनट तक बातचीत हुई। दोनों पक्षों ने भारत में इन्टरनेट के विकास, ऑनलाइन क्रेडिट भुगतान प्रणाली की स्थापना, लघु और मझोले उद्यमों के समर्थन, रोज़ागर, भारतीय आर्थिक वृद्धि के संवर्धन जैसे क्षेत्रों पर विचार विमर्श किया।
जैक मा ने इसके बाद संवाददाताओं से कहा कि मौजूदा मुलाकात बहुत सार्थक रही। उन्होंने मोदी जी के साथ न सिर्फ़ कुछ विचारों का आदान प्रदान किया, बल्कि भारत में इन्टरनेट आर्थिक विकास के क्षेत्र में मोदी की बात भी सुनी। उनका समान विचार है कि भारत में ऑनलाइन वित्तीय भुगतान प्रणाली की स्थापना के माध्यम से लघु और मझोले उद्यमों के सामने मौजूद पूंजी के अभाव मुद्दे का समाधान किया जा सकेगा। वर्तमान में लॉजिस्टिक्स बुनियाद संस्थापनों को उन्नत करने, पोस्ट लॉजिस्टिक्स में सुधार करने और बैंकों की कार्यक्षमता को उन्नत करने की जरूरत है। ताकि भारत में कदम दर कदम थाओपाओ वेबसाइट और अलीपेइ की स्थापना की जा सके।
जैक मा ने कहा कि भारत के बाज़ार में बड़ी नीहित शक्ति मौजूद है। विश्व में सबसे प्राचीन इतिहास और सभ्यता वाले दोनों देशों में से एक होने के साथ साथ भारत नवोदित बाज़ारों में से एक भी है। इस तरह अलीबाबा भारत के साथ घनिष्ठ संबंध स्थापित करना चाहता है। वर्तमान में अलीबाबा का रणनीतिक उद्देश्य अपनी विकास वाली विचारधारा को भारत तक पहुंचाना है। अब अलीबाबा ने भारत में सुयोक्य व्यक्ति को भर्ती कराना शुरु कर दिया है, जिन्हें नियमित रूप से चीन के होंगचो शहर में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके साथ ही अलीबाबा ने भारत में ई-कॉमर्स के क्षेत्र में 57 करोड़ डॉलर की पूंजी लगाई है, जिसका प्रयोग बुनियादी स्तर पर विकसित हो रहे स्थानीय उद्यमों की सहायता में किया जाएगा। जैक मा ने कहा कि वे चीन और भारत के बीच आर्थिक सहयोग भविष्य में और अधिक विकसित होगा। अलीबाबा दोनों देशों केबीच आर्थिक सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए सकारात्मक भूमिका निभाएगा। (श्याओ थांग)