10 मार्च को श्रीलंका का पर्यटन प्रसार-प्रचार समारोह चीन के फ़ूच्येन प्रांत के छ्वानचो शहर में आयोजित हुआ, जो कि प्राचीन समय में समुद्री रेशम मार्ग का उद्गगम स्थल था।
चीन स्थित श्रीलंका के राजदूत रंजिथ उयांगोडा ने कई बार छ्वानचो की यात्रा की। उनके अनुसार 5 वीं शताब्दी ईस्वी से श्रीलंका ने छ्वानचो के साथ संपर्क रखा। आज छ्वानचो व श्रीलंका समुद्री रेशम मार्ग के निर्माण के कारण फिर एक बार जुड़ेंगे।
ध्यान रहे, लंका, जो श्रीलंका का पुराना नाम था, के राजकुमार के वंशज शूशीइंगओ राजकुमारी अभी तक छ्वानचो में रहती हैं। इस बार उन्होंने प्रसार-प्रचार समारोह में भी भाग लिया। उन्होंने संवाददाता से कहा कि छ्वानचो में अभी तक लंका के राजकुमार की समाधि और पूर्व निवास आदि सांस्कृतिक अवशेष मौजूद हैं। उनके अनुसार छ्वानचो व श्रीलंका के बीच विकास की व्यापक संभावना है। आशा है कि इस बार का समारोह दोनों पक्षों के आर्थिक व व्यापारिक सहयोग के लिये एक लाभदायक कोशिश होगा।
चंद्रिमा