मिस्र के विदेशमंत्री समेह शौक्री ने हाल में पेइचिंग में चीनी संवाददाता को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि चीन द्वारा प्रस्तुत"एक गलियारा और एक मार्ग"वाले प्रस्ताव से तटीय देशों को लाभ मिलेगा। मिस्र को आपार खुशी है कि वह"एक गलियारा और एक मार्ग"के संबंधित देशों में से एक है। इसमें भाग लेने से मिस्र को जरूर लाभ मिलेगा।
शौक्री ने कहा कि पिछले साल अगस्त महीने के बाद से अब तक मिस्र और चीन के बीच लगातार उच्च स्तरीय आवाजाही कायम हुई, जिससे दोनों पक्षों की दोनों देशों के संबंधों की स्थिरता और द्विपक्षीय संबंध मज़बूत करने की राजनीतिक इच्छा जाहिर हुई। इस साल मार्च में मिस्र शर्म एल शेख आर्थिक सम्मेलन आयोजित करेगा, जिसमें वह दुनिया के सामने सामाजिक स्थिरता की बहाली और आर्थिक वृद्धि के क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियां पेश करेगा। साथ ही चीन समेत अपने साझेदारों के सामने अपनी आर्थिक क्षमता और निहित शक्ति का प्रदर्शन करेगा।
बता दें कि 27 से 28 फरवरी तक, शौक्री के नेतृत्व वाले इस्लामिक सहयोग संगठन के अधीन फिलिस्तीन और यरुशलम मुद्दे से जुड़े मंत्रिस्तरीय संपर्क दल के प्रतिनिधिमंडल ने चीन की यात्रा की।
(श्याओ थांग)