विश्व की चौथी भुगतान मुद्रा बनेगी, आरएमबी
2015-02-17 10:35:40 cri
सिंगापुर के विकास बैंक(डीबीएस) ने 16 फरवरी को रिपोर्ट जारी कर अनुमान लगाया कि वर्ष 2015 में चीनी मुद्रा रनमिनबी संभवतः जापानी येन को पार कर विश्व में चौथी बड़ी भुगतान मुद्रा बन जाएगी। वर्तमान में अमेरिकी डॉलर, यूरो और ब्रिटिश पाउंड का बाज़ार में 80 प्रतिशत हिस्सा है।
डीबीएस की हांगकांग शाखा के आर्थिक अनुसंधान विभाग के उप प्रधान चो होंगली ने कहा कि विश्व में सबसे बड़े व्यापारिक देश के रूप में चीन का 25 प्रतिशत विदेश व्यापार आरएमबी से समाशोधन किया जाता है। जबकि 30 प्रतिशत से 40 प्रतिशत व्यापार जापानी येन से समाशोधन किया जाता है। दोनों के बीच बड़ा फ़र्क नहीं है।
चो होंगली ने अनुमान लगाया कि चीन में लगातार उदार नीति अपनाए जाने के चलते अधिक से अधिक आरएमबी विदेशों में प्रवेश करेगी। आरएमबी के जरिए व्यापार निरंतर बढ़ेगा।
(श्याओ थांग)